नई दिल्ली :- केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के अनुसार, दिल्ली में वायु गुणवत्ता ‘गंभीर’ श्रेणी में बनी हुई है। आनंद विहार में एक्यूआई 452, आरके पुरम में 433, पंजाबी बाग में 460 और आईटीओ में 413 रहा। पूर्वानुमान के अनुसार आठ नवंबर को प्रदूषण में एक बार फिर बढ़ोतरी होगी। यह गंभीर स्थिति में पहुंच जाएगा।
दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण ने सरकार के साथ साथ आम लोगों की चिंता भी बढ़ा दी है। दिल्ली-एनसीआर में बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण बच्चों से लेकर बड़ों तक को सांस लेने में काफी परेशानी हो रही है।
दिल्ली में बुधवार को सुबह वायु गुणवत्ता का स्तर 460 रहा है। इसके बाद दिल्ली-एनसीआर में प्रदूषण के स्तर में तेजी से बढ़ोतरी हुई।
राष्ट्रीय राजधानी सर्दियों में गैस चैंबर नहीं बने, इसके लिए राज्य और केंद्र स्तर पर साल दर साल अनेकानेक योजनाएं बनाई गई हैं। लेकिन इस बार फिर से गैस चैंबर बन चुकी दिल्ली ने ना केवल इन योजनाओं पर सवालिया निशान लगा दिया है बल्कि सरकारों को भी आइना दिखाने का काम किया है।
ना पराली जलना बंद हुई, ना वाहनों का धुआं खत्म हुआ, न धूल उड़नी बंद हुई, न टूटी सड़कें बनी और न सड़कों पर जाम खत्म हो पाया। सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी ने तो इस कटु सत्य पर मुहर लगा दी है।