नई दिल्लीः- नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी का नाम बदलकर प्रधानमंत्री संग्रहालय एंड लाइब्रेरी सोसाइटी रखा गया है। नेहरू मेमोरियल म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलकर प्राइम मिनिस्टर्स म्यूजियम एंड लाइब्रेरी सोसाइटी करने का फैसला किया गया है। इस विशेष बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने की वे सोसाइटी के उपाध्यक्ष हैं।
दरअसल कार्यकारी परिषद ने महसूस किया कि संस्थान का नाम वर्तमान गतिविधियों को प्रतिबिंबित करने वाला होना चाहिए। जिसमें एक नया संग्रहालय भी शामिल है जो स्वतंत्र भारत में लोकतंत्र की सामूहिक यात्रा को दर्शाता है और राष्ट्र निर्माण में प्रत्येक प्रधान मंत्री के योगदान को दिखाता है।
कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद ने अपने अधिकारिक ट्विटर अकाउंट से इसपर प्रतिक्रिया देते हुए लिखा, “नेहरू से इतनी नफ़रत है तो नेहरू खानदान से कितनी होगी?” दरअसल, संस्कृति मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि एनएमएमएल की एक विशेष बैठक में इसका नाम बदलने का फैसला किया गया है।
नेहरू स्मारक संग्रहालय और पुस्तकालय 59 वर्षों से अधिक समय से एक वैश्विक बौद्धिक ऐतिहासिक स्थल और पुस्तकों एवं अभिलेखों का खजाना रहा है। अब से इसे प्रधानमंत्री स्मारक एवं सोसाइटी कहा जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी भारतीय राष्ट्र के शिल्पकार के नाम और विरासत को विकृत करने, नीचा दिखाने और नष्ट करने के लिए क्या नहीं करेंगे? अपनी असुरक्षा के बोझ तले दबा एक छोटे कद का व्यक्ति स्वघोषित विश्वगुरु बना फिर रहा है।