बाराबंकी (उत्तर प्रदेश):- नेशनल हाईवे 28C पर बाराबंकी स्थित सहावपुर टोल प्लाजा पर भी अवैध वसूली का कारनामा सामने आया है। जिसको लेकर हमारी टीम ने मैनेजर सचिन सिंह से पूछताछ की जिसमे वो कोई जवाब नहीं दे पाए एवं टाल मटोल करने की कोशिश करने लगे। टीम द्वारा एक पुराने मैनेजर पुष्पेंद्र तिवारी से भी फोन पर बात की गई उन्होंने बताया कि यह गोरखधंधा एजेंसी काफी समय से चला रही है। रोजाना लगभग डेढ़ से दो लाख की वसूली होती है। जिसका एक बड़ा हिस्सा एनएचएआई के लखनऊ कार्यालय भी जाता है। लगभग समस्त अधिकारी एवं कर्मचारीयों की मिलीभगत शामिल है। तभी शिकायत करने पर भी कोई कार्यवाही एजेंसी पर नही हो पाती है।
मैनेजर सचिन सिंह पर परियोजना निदेशक सौरभ चौरसिया का हाथ
आपको बता दें कि शहाबपुर टोल प्लाजा में मैनेजर के पद पर नियुक्त किए गए सचिन सिंह के ऊपर भारतीय राजमार्ग परियोजना और प्राधिकरण के निर्देशक सौरभ चौरसिया का हाथ है। जिस कारण यहां पर आए दिन अवैध वसूली चल रही है। भ्रष्टाचार का यह मामला सीधे सरकार पर सवाल उठाता है। ओवरलोड बताकर इस तरह से अवैध वसूली करना भारतीय कानून के खिलाफ है।
लगभग सभी अधिकारियों की मिलीभगत-
आपको बता दें कि शहाबपुर टोल पर जो अवैध वसूली हो रही है उसमें किसी एक का हाथ नहीं हो सकता है सूत्र के मुताबिक जो खबर सामने आई है उसके अनुसार लखनऊ के अधिकारियों की मिली भगत की संभावना जताई जा रही है। सबसे बड़ा सोने वाला सवाल यह उठता है की राजधानी के पास का शहर बाराबंकी इतना बड़ा भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है।
नेशनल हाईवे 28C पर बाराबंकी स्थित सहावपुर टोल प्लाजा पर अवैध वसूली की सूचना चिंताजनक है। ऐसी घटनाओं में अक्सर भ्रष्टाचार और अधिकारियों की मिलीभगत शामिल होती है, जो सख्त जांच और कार्रवाई की मांग करती है।
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