नई दिल्ली:– राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने अपने भाषण के कुछ हिस्सों को हटाए जाने पर राज्यसभा में आपत्ति जताई और मांग की कि इन्हें बहाल किया जाना चाहिए। कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने मांग रखी कि उनके भाषण से जिन शब्दों को हटाया गया है, उन्हें वापस सदन की कार्यवाही में रखा जाए। उच्च सदन में इस मुद्दे को उठाते हुए खरगे ने कहा कि दो फरवरी को अपने भाषण के दौरान उन्होंने चंद मुद्दों को उठाया था लेकिन उसके कई हिस्सों को कार्यवाही से हटा दिया गया है।
उन्होंने सभापति पर आपत्ति जताते हुए जगदीप धनखड़ से स्पष्टीकरण की मांग की। धनखड़ ने कहा कि बाद में उनकी आपत्तियों पर व्यवस्था देंगे। खरगे ने कहा कि उन्होंने अपने संबोधन के दौरान एक मुख्यमंत्री की जाति संबंधी टिप्पणियों वाले एक ट्वीट का मुद्दा उठाया था जबकि उन्होंने न तो किसी मुख्यमंत्री का नाम लिया और ना ही राज्य का नाम लिया।
विपक्ष के नेता ने दावा किया कि अपने संबोधन के दौरान उन्होंने राज्यसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन विषयक किसी भी नियम का उल्लंघन नहीं किया है। खरगे ने इस संबंध में सभापति को पत्र लिखकर अपनी आपत्ति जताई और सदन में इसका उल्लेख भी किया।
वहीं कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने कहा,” भारत जो मोबाईल फोन बना रहा है, वह ‘मेड इन इंडिया’ है, लेकिन इसके अंदर के पार्टस ‘मेड इन चाइना’ क्यों हैं? जिस तरह चीन के सैनिक हमारे किसानों के साथ मुठभेड़ कर रहे हैं, उसके बाद भी भारत सरकार चीन से मोबाइल के पार्टस इम्पोर्ट क्यों कर रही है? भारत सरकार ये मोबाइल पार्टस दूसरे देशों से इम्पोर्ट क्यों नहीं कर रही?”