नई दिल्ली :- देशभर में 100 5जी यूज केसेज लैब्स बनाने की प्रक्रिया शुरू करने के बाद सरकार ऐसे ऐप्लिकेशन पर फोकस बढ़ा सकती है जिनका मकसद कुछ खास समस्याओं का समाधान करना होगा। इससे सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा। इसका ऐलान 1 फरवरी, 2024 को पेश होने वाले बजट में वित्तमंत्री Nirmala Sitharaman कर सकती हैं। इंडिया ने अपना टेलीकॉम इंफ्रास्ट्रक्चर विकसित करने में बड़ी छलांग लगाई है। 5जी के क्षेत्र में सॉल्यूशंस को मजबूत बनाने में भी अच्छी कामयाबी मिली है। 3जी की जगह 5जी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल के लिए भारत संचार निगम लिमिटेड (BSNL) नेटवर्क के जरिए 5जी टेलीकॉम स्टैक को देश में ही विकसित किया गया है। साथ ही देश की खास जरूरतों के ध्यान में रख सरकार ने 5जी यूज केसेज के डेवलपमेंट पर फोकस बढ़ाया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 27 अक्टूबर, 2023 को देशभर में एजुकेशनल इंस्टीट्यूट्स को 100 5जी यूज केसेज लैब्स देने का ऐलान किया।
5G टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में इंडिया सबसे आगे होगा
इन लैब्स को इंडिया के 100जी यूज केस लैब्स इनिशिएटिव के तहत विकसित किया जा रहा है। इस पहल से एग्रीकल्चर, एजुकेशन, पावर, ट्रांसपोर्टेशन और हेल्थ जैसे क्षेत्रों में इनोवेशन को बढ़ावा मिलेगा। इससे 5जी टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल में इंडिया दुनिया में सबसे आगे होगा। यह इंडिया में 6जी-रेडी एकैडमिक और स्टार्टअप इकोसिस्टम को विकसित करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे भी अहम यह कि यह लैब प्रोग्राम देश में ही टेक्नोलॉजी विकसित करने में भी मददगार होगा। देश की सुरिक्षा के लिहाज से यह बहुत जरूरी है।