नई दिल्ली :- दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के नए सरकारी आवास को लेकर राजधानी की राजनीति में घमासान मच गया है। आम आदमी पार्टी ने इस आवास को माया महल करार देते हुए भाजपा पर दोहरे मापदंड अपनाने का आरोप लगाया है। आप नेता अनिल झा ने प्रेस वार्ता में कहा कि भाजपा जब विपक्ष में थी तो मुख्यमंत्री आवास के खर्चों को लेकर लगातार सवाल उठाती थी लेकिन अब खुद उसी राह पर चल रही है।
नए मुख्यमंत्री आवास के लिए दो बंगलों को मिलाकर एक विशाल परिसर तैयार किया जा रहा है जिसमें तीस से अधिक कमरे होंगे और कई बड़े जनरेटर लगाए जा रहे हैं। लोक निर्माण विभाग ने इसकी मरम्मत और पुनर्निर्माण का काम शुरू कर दिया है। बताया जा रहा है कि इस परिसर में मुख्यमंत्री का आवासीय हिस्सा होगा साथ ही कैंप कार्यालय भी बनाया जाएगा जिससे सभी सरकारी कामकाज एक ही स्थान से संचालित किए जा सकें।
आप नेताओं का कहना है कि जनता महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है और सरकार राजधानी में एक भव्य महल खड़ा कर रही है। उनका यह भी आरोप है कि भाजपा सरकार ने जनता की गाढ़ी कमाई को अपने नेताओं की शानोशौकत पर लुटाना शुरू कर दिया है। सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर चर्चाएं तेज हो गई हैं और कई यूजर्स ने सरकार की नीतियों पर सवाल खड़े किए हैं।
भाजपा की ओर से अब तक कोई औपचारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि यह आवास नियमों के तहत आवंटित किया गया है और इसमें कोई असमानता नहीं है। उनका यह भी तर्क है कि मुख्यमंत्री के पद की गरिमा के अनुरूप सुविधाएं जरूरी होती हैं और नया आवास उसी जरूरत को पूरा करने के लिए तैयार किया जा रहा है।
इस पूरे विवाद ने राजधानी की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। विपक्ष इसे भ्रष्टाचार और फिजूलखर्ची का प्रतीक बता रहा है जबकि सत्ता पक्ष इसे एक आवश्यक व्यवस्था मान रहा है। आने वाले दिनों में यह मुद्दा और गरमाने की संभावना है।