नई दिल्ली:-कांग्रेस नेताओं ने अपने असहमति पत्र में कहा है कि चयन समिति द्वारा अपनाई गई प्रक्रिया पूर्व निर्धारित थी और इसमें परस्पर परामर्श और सहमति की कमी थी। उन्होंने कहा है कि यह प्रक्रिया न्यायपालिका की स्वतंत्रता और निष्पक्षता के सिद्धांतों के विरुद्ध है।
राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे ने एनएचआरसी अध्यक्ष के पद के लिए न्यायमूर्ति रोहिंटन फाली नरीमन और न्यायमूर्ति कुट्टियिल मैथ्यू जोसेफ के नामों का प्रस्ताव रखा था लेकिन चयन समिति ने इन नामों को नकार दिया।कांग्रेस नेताओं ने कहा है कि एनएचआरसी की प्रभावशीलता और इसकी विविधता के प्रति इसकी प्रतिबद्धता इस बात पर निर्भर करती है कि इसकी रचना में कितनी विविधता है।
उन्होंने कहा है कि एक विविध नेतृत्व यह सुनिश्चित करता है कि एनएचआरसी विभिन्न समुदायों के अनोखे चुनौतियों के प्रति संवेदनशील बना रहे।इस प्रकार राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खरगे की असहमति एनएचआरसी अध्यक्ष की नियुक्ति की प्रक्रिया की वैधता पर सवाल उठाती है। यह मामला आगे की जांच और चर्चा के लिए तैयार है।