महाराष्ट्र (मुंबई):- महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठापटक के बीच शिवसेना-यूबीटी के नेता सुभाष देसाई ने एनसीपी विधायक छगन भुजबल की नाराजगी पर बयान दिया। उन्होंने कहा कि छगन भुजबल की नाराजगी विभागों के बंटवारे और पद को लेकर है। उन्होंने स्पष्ट किया कि भुजबल का मुद्दा सरकार की आपसी खींचतान से अलग है लेकिन इस विवाद का असर महाराष्ट्र की प्रगति पर पड़ सकता है।
सुभाष देसाई ने कहा महायुती सत्ता के लिए एकजुट हुई है लेकिन सत्ता का मतलब प्रतिस्पर्धा है। इस कारण विभागों के बंटवारे को लेकर घमासान मचा हुआ है। इससे महाराष्ट्र का विकास प्रभावित हो सकता है।
शिवसेना-यूबीटी के नेताओं ने मुंबई में सोमवार को महाराष्ट्र के चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर से मुलाकात की। उन्होंने मतदाता सूची में डुप्लीकेट और बोगस नामों को हटाने के लिए एक ज्ञापन सौंपा। सुभाष देसाई ने बताया कि इस तरह की गड़बड़ियों को रोकने के लिए सख्त कदम उठाने की मांग की गई है।
देवसाई ने कहा हमने पहले भी मांग की थी कि डुप्लीकेट नाम हटाए जाएं और मतदाता पहचान पत्र को आधार कार्ड से जोड़ा जाए। अभी चुनाव नहीं हैं ऐसे में यह काम तुरंत शुरू किया जा सकता है। इससे आने वाले चुनाव में गड़बड़ियां रुकेंगी।
चीफ इलेक्टोरल ऑफिसर ने इस मुद्दे पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है। उन्होंने कहा कि अगले चुनाव से पहले इस दिशा में ठोस कदम उठाए जाएंगे। महाराष्ट्र सरकार में सत्ता संघर्ष और चुनावी प्रक्रियाओं की खामियों के ये मुद्दे राज्य की राजनीति और विकास को प्रभावित कर सकते हैं।