बारुईपुर (पश्चिम बंगाल):- पश्चिम बंगाल के दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर इलाके में 4 अक्टूबर को हुई नाबालिग लड़की के रेप और हत्या के मामले में अदालती कार्रवाई बेहद तेजी से हुई। इस केस ने न्यायिक प्रक्रिया की गति को लेकर एक मिसाल पेश की है।
घटना के बाद पुलिस ने सिर्फ ढाई घंटे में आरोपी मुस्तकिन सरदार को गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद महज 25 दिनों में पूरी जांच प्रक्रिया को अंजाम दिया गया। बारुईपुर अदालत ने केस की सुनवाई करते हुए 61 दिनों के भीतर न्याय दिया।
4 अक्टूबर को 16 वर्षीय नाबालिग लड़की का शव जयनगर इलाके में पाया गया था। प्रारंभिक जांच में बलात्कार और हत्या की पुष्टि हुई। इस घटना ने स्थानीय लोगों में आक्रोश फैला दिया। पुलिस ने तुरंत कार्रवाई करते हुए मुस्तकिन सरदार को गिरफ्तार किया।
बारुईपुर की अदालत में जज सुब्रत चटर्जी ने गुरुवार को आरोपी को दोषी ठहराया। जज ने शुक्रवार को सजा सुनाते हुए आरोपी को मौत की सजा दी। जज ने कहा कि यह अपराध समाज के लिए घातक है और इसके खिलाफ कड़ा संदेश देने की जरूरत है।
न्यायिक प्रक्रिया की तेजी:
यह केस अपनी तेजी से पूरी हुई जांच और सुनवाई के कारण चर्चा में रहा।
• पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की।
• 25 दिनों में जांच प्रक्रिया पूरी हुई।
• अदालत ने महज 61 दिनों में आरोपी को सजा सुनाई।
यह घटना दक्षिण 24 परगना जिले के जयनगर इलाके की है जो पश्चिम बंगाल में स्थित है। न्यायालय बारुईपुर में स्थित है जहां यह केस चला। इस प्रकार यह मामला न्यायिक प्रक्रिया की गति का एक आदर्श उदाहरण बन गया है।