रांची (झारखंड) :– 29 दिसंबर 2019 को हेमंत सोरेन ने राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू के सामने झारखंड के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली। यह उनके करियर का दूसरा मौका था जब उन्होंने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। शपथ ग्रहण समारोह रांची के मोरहाबादी मैदान में आयोजित हुआ जहां कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के गठबंधन के तहत वे सत्ता में आए।
शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुए प्रमुख नेता
समारोह में कई प्रमुख नेता जैसे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी, झामुमो के कार्यकारी अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन और अन्य राज्य और राष्ट्रीय नेता मौजूद रहे। शपथ ग्रहण के बाद हेमंत सोरेन ने राज्य के विकास के लिए विभिन्न योजनाओं का ऐलान किया और जनता के लिए काम करने की प्रतिबद्धता जताई।
गठबंधन सरकार का गठन
झारखंड विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) को 30 सीटों पर जीत मिली जबकि कांग्रेस को 16 और राजद को 1 सीट पर जीत हासिल हुई। कुल मिलाकर यह महागठबंधन सरकार बनी जिसने बीजेपी को हराया और सत्ता में वापसी की।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की प्राथमिकताएं
मुख्यमंत्री सोरेन ने अपनी प्राथमिकताओं में रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य, और आदिवासी कल्याण को प्रमुख रूप से रखने की बात की। उन्होंने यह भी कहा कि वे राज्य में कानून-व्यवस्था को मजबूत करेंगे और लोगों को न्याय दिलाने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे।