नई दिल्ली :- आचार्य चाणक्य ने अपनी विद्वत्ताए बुद्धिमता और क्षमता के बल पर भारतीय इतिहास की धारा को बदल दिया। चाणक्या मौर्य साम्राज्य के संस्थापक, कुशल राजनीतिज्ञ, चतुर कूटनीतिज्ञ, प्रकांड अर्थशास्त्री के रूप में भी विश्वविख्यात हुए।
सदियां बीत जानें के बाद आज भी यदि चाणक्य के द्वारा बताए गए सिद्धांत और नीतियां प्रासंगिक हैं तो मात्र इसलिए क्योंकि उन्होंने अपने गहन अध्ययनए चिंतन और जीवानानुभवों से अर्जित अमूल्य ज्ञान कोए पूरी तरह निरूस्वार्थ होकर मानवीय कल्याण के उद्देश्य से अभिव्यक्त होकर नीति शास्त्र मे लिखा।
नीति शास्त्र, आचार्य चाणक्य की नीतियों का अद्भुत संग्रह है, जो आज भी उतना ही प्रासंगिक है, जितना वह 2 हजार 400 साल पहले था, जब इसे लिखा गया था ।
दर्ज नीतियों में उन्होंने मित्र-भेद से लेकर दुश्मन तक की पहचान, पति-परायण तथा चरित्र हीन स्त्रियों में विभेदए राजा का कर्तव्य और जनता के अधिकारों तथा वर्ण व्यवस्था का उचित निदान हो जाता है। महाविद्वान आचार्य चाणक्य में कुल सत्रह अध्याय हैए जिन्हे आप नीचे दिए गए अर्टिकल में पढ़ सकते है।
आचार्य ने जिंदगी को बेहतर और सुखद बनाने के लिए कई तरह के सुझाव दिए हैं। चाणक्य नीति के अनुसार व्यक्ति के जीवन में सबसे ज्यादा अहिमियत उसनके जीवनसाथी की होती है। इसलिए महिला और पुरुष अपने साथी बनाने से पहले एक बेहतरीन जीवनसाथी ढूंढने की कोशिश करते हैं।
अखिर महिलाओं को कैसा जीवनसाथी चाहिए, महिलाओं के इस सवाल को खुद चाणक्य ने अपनी नीतियों में किया है। आचार्य चाणक्य ने अपनी नीति शास्त्र में कहा है कि पुरुषों के कुछ ऐसे गुण होते हैं, जिन्हें देखते ही महिलाएं फिदा हो जाती हैं।
जिन पुरुषों में यह गुण होते है महिलाएं उनको पाने की पूरी कोशिश करती है। हर महिला चाहती है कि उसके जीवनसाथी में ये 3 गुण जरूर हों।
शांत स्वभाव लेकिन दमदार आवाज
नीति शास्त्र के अनुसार किसी भी व्यक्ति के बोलचाल का तरीका बताता है कि वह किसी तरह का व्यक्ति है। साथ ही उसे अपने परिवार से कैसे संस्कार मिले हैं। महिलाओं को ऐसे पुरुष सबसे ज्यादा पसंद आते हैं जो शांत स्वभाव के हों और समझदार हो, लेकिन उनकी आवाज दमदार हो।
शास्त्र के अनुसार ऐसे पुरुष बहुत गंभीर और ज्ञानी होते हैं। ऐसे गुणों वाले व्यक्ति किसी के साथ गलत बर्ताव नहीं करते। साथ ही महिलाओं का भी पूरा सम्मान करते हैं। साथ ही अपनी दमदार आवाज की वजह से हर जगह छाप छोड़ते हैं।
साथी का व्यक्तित्व भी रखता है मायने
आचार्य चाणक्य का मानना है कि महिला और पुरुष दोनों चाहते हैं कि उनका जीवनसाथी देखने में बहुत सुंदर हो। लेकिन वहीं समझार महिलाएं सुंदरता से ज्यादा व्यक्तित्व को अहमियत देती हैं।
वहीं समझदार महिलाएं ऐसे मर्दों से दूर रहना चाहती हैं जो घमंडीए धूर्त या लालची स्वभाव के होते हैं। महिलाएं ऐसे पुरुषों को ज्यादा पसंद करती हैं जो ईमानदार और मेहनती हो। कहा जाता है कि ऐसे लोग हर मुश्किल का सामना बड़ी हिम्मत के साथ करते हैं।
श्रोता स्वभाव का पुरुष
आचार्य चाणक्य के अनुसार यह हर महिला की इच्छा होती है कि उनका जीवनसाभी श्रोता स्वभाव का हो। उसकी हर छोटी.बड़ी बातों को सुने और समझने का प्रयास करे।
महिलाएं अपने जीवनसाथी से अपना दुख दर्द बांटकर सुकून पाती हैं। वहीं जो पुरुष सिर्फ अपनी ही धौंस जमाते और मनमर्जी करते हैं। उनसे महिलाएं हमेशा दूर रहना चाहती हैं।