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ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को दिया गया विशेष महत्व

नई दिल्ली :- ज्योतिष शास्त्र में गुरु ग्रह को विशेष महत्व दिया गया है। साथ ही गुरु ग्रह को शिक्षा, संतान, धार्मिक कार्य, संतान, बड़े भाई इत्यादि का कारक माना जाता है। ज्योतिषीय गणना के मुताबिक, इस वक्त गुरु ग्रह मेष राशि में विचरण कर रहे हैं और 4 सितंबर को गुरु इसी राशि में वक्री हो जाएंगे। ऐसे में गुरु वक्री होने से कुछ राशियों का भाग्योदय होगा। आइए जानते हैं कि इस लिस्ट में कौन-कौन सी राशियां शामिल हैं।

मेष राशि

मेष राशि के लोग 4 सितंबर को गुरु के वक्री होने के बाद कार्यक्षेत्र में जबरदस्त सफलता हासिल करेंगे। इसके साथ ही शैक्षणिक कार्यों से जुड़े लोगों के लिए गुरु का वक्री होना अत्ंयत शुभ माना जा रहा है। इसके अलावा इस दौरान आर्थिक स्थिति सुदृढ़ होगी। वैवाहिक जीवन में खुशहाली रहेगी।

मिथुन राशि

मिथुन राशि के लिए गुरु का मेष राशि में व्रकी होना भाग्यवर्धक साबित होगा। इस दौरान निवेश से जबरदस्त आर्थिक लाभ होगा। अचानक धन लाभ से आर्थिक पक्ष मजबूत होगा। इसके अलावा नौकरी और व्यापार में भी तरक्की के योग बनेंगे।

वृश्चिक राशि

 

गुरु के वक्री होने से वृश्चिक राशि वालों को बड़ा धन-लाभ होगा। नौकरी और बिजनेस के लिए यह समय वरदान के समान साबित होगा। कार्यक्षेत्र पर अधिकारियों का साथ मिलेगा। जॉब में प्रमोशन का योग बनेगा। वैवाहिक जीवन में जीवनसाथी का भरपूर साथ मिलेगा। अचानक आर्थिक लाभ का भी संकेत है।

धनु राशि

गुरु का यह गोचर धनु राशि वालों के जीवन खूब खुशियां और तरक्की लेकर आने वाला है। जो लोग सरकारी नौकरी की तलाश में हैं, उनकी इच्छा पूरी होगी। दांपत्य जीवन में खुशहाली आएगी। पैतृक संपत्ति से लाभ मिलेगा। कार्यक्षेत्र पर अधिकारी लोग अपने कार्यों से खुश रहेंगे, जिसका लाभ आगे चलकर मिलेगा।

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