नई दिल्ली :- हिन्दू धर्म में सावन में पड़ने वाली नाग पंचमी का बेहद खास महत्व होता है। इस दिन भगवान शिव के प्रिय नाग देव की पूजा का विधान है। भोलेनाथ को नाग देव कितने प्रिय है इस बात का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि वह हमेशा भोलेनाथ के गले में लिपटे रहते हैं। नाग देव को हिंदू धर्म में विशेष महत्व दिया गया है। कहा जाता है कि नाग के फन पर ही धरती टिकी हुई है। नाग पंचमी का दिन नाग देवता की पूजा के लिए बहुत ही शुभ माना जाता है। इस खास दिन विधि विधान से की गई पूजा से नाग देवता प्रसन्न होते हैं और सुख-समृद्धि का आशीर्वाद अपने भक्तों को देते हैं। मालूम हो नाग देवता की पूजा का एक और भी तरीका होता है कि गलत तरह से की गई पूजा का शुभ फल मिलने की बजाय भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है। किस तरह करें नाग देवता की पूजा जानें यहां।
नाग देवता की पूजा का ये तरीका बिलकुल गलत
आज के दिन सांपों और नागों को दूध पिलाने का विधान है, मगर ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक जिन नागों को सपेरे अपने पास कैद करके रखते हैं उनको दूध पिलना से नाग देवता का अपमान होता है। लोग सपेरे को पैसे देकर नाग देवता को जबरन दूध पिलाते हैं, पूजा का ये तरीका बिल्कुल गलत है। नाग देवता की पूजा से शुभ फल पाने के लिए उनको सपेरे के चंगुल से मुक्त करवाकर उनको जंगल में छोड़ देना चाहिए। वहीं काल सर्प दोष से परेशान लोग अगर नाग-नागिन के जोड़ो को सपेरे से मुक्त करवाते हैं तो उनकी परेशानियां दूर हो जाती हैं।