Dastak Hindustan

पुराने हथियार को अपग्रेड कर नए हथियारों को शामिल कर रहे कई देश

नई दिल्ली :- किसी भी युद्ध को जीतने के लिए सैनिक और उसके हथियारों की तालमेल सबसे जरूरी होती है, यही कारण है कि आज के समय विश्व के अधिकतर देश अपनी सेना को आधुनिक बनाने के साथ-साथ अपने हथियारों को भी अत्याधुनिक बनाने पर जोर दे रहे हैं। युद्ध में हथियार और सैनिकों के बीच तालमेल ही युद्ध की दशा और दिशा को बदलती है। हालांकि, पूरी दुनिया में आज के समय ऐसी कोई भी सेना नहीं है, जिनके पास लड़ाकू विमान नहीं है।

पुराने हथियार को अपग्रेड कर रहे कई देश

दुनिया के कई देश अपने पुराने हथियारों को नए हथियारों के साथ अपग्रेड कर अपनी सेना में शामिल कर रहे हैं, इसके लिए वह या तो खुद से इसको बना रहे हैं या फिर अपनी सेना को मजबूत करने के लिए अन्य देशों से ऐसे आधुनिक हथियारों की खरीद कर रहे हैं। अमेरिका, फ्रांस और रूस ऐसे कई देश हैं जो अपने देश की सेना को मजबूत करने के लिए नए-नए हथियार बना रहे हैं, जिसमें लड़ाकू विमान भी शामिल हैं।

भारत कई देशों से खरीदता है हथियार

वहीं, भारत की बात की जाए तो वह भी इन देशों से पीछे नहीं है। भारत अमेरिका, फ्रांस और रूस समेत कई देशों से रक्षा सौदा करता है, जिसमें वह लड़ाकू विमानों के साथ-साथ कई उपकरणों की खरीद करता है। वहीं, भारत कुछ हथियारों को देश में भी निर्मित करता है। भारत ने हाल ही में करीब 59,000 करोड़ रुपये की लागत से 36 राफेल लड़ाकू विमान को फ्रांस से खरीदा है।

युद्ध में लड़ाकू विमानों की होती है अहम भूमिका

किसी भी युद्ध में सबसे निर्णायक भूमिका सेना के बाद लड़ाकू विमानों की होता है। वह अपने स्पीड़ और अचूक निशाना से दुश्मनों के छक्के छुड़ा देते हैं। विश्व में ऐसे कई देश हैं, जिनके पास ऐसे लड़ाकू विमान हैं, जो युद्ध की निर्णय को पल भर में पलटने में सक्षम हैं। आज हम पांच ऐसे ही विमानों के बारे में बताएंगे, जो युद्ध के मैदान में दुश्मनों को पलक झपकते ही खाक करने में सक्षम हैं।

अमेरिकी फाइटर जेट YF-12

अमेरिकी फाइटर जेट YF-12 को अमेरिका ने 1950 के दशक के अंत में बनाना शुरू किया। हालांकि, 29 फरवरी, 1964 को राष्ट्रपति लिंडन जॉनसन ने इस विमाने को पूरी तरह से तैयार होने की पुष्टि की। राष्ट्रपति द्वारा इसके अस्तित्व की घोषणा के बाद भी इसके उड़ान स्पीड़ की डेटा को सार्वजनिक नहीं की गई, लेकिन बाद में 1 मई, 1965 को वायु सेना के उड़ान परीक्षणों में इसने 80,257.65 फीट की ऊंचाई पर 2,070.101 मील प्रति घंटे यानी 3,330 किलोमीटर प्रति घंटे की गति प्राप्त की। YF-12 विमान के पंखों का फैलाव करीब 55 फीट 6 इंच का है, जबकि इसकी लंबाई करीब 101 फीट 8 इंच है। यह विमान लगभग 18 फीट 4 इंच ऊंचा है। विमान का अधिकतम भार 127,000 पाउंड है।

इस तरह की अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें 

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *