तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव (केसीआर) की बेटी के. कविता दिल्ली आबकारी नीति घोटाले से संबंधित सवालों के जवाब देने के लिए मंगलवार, 21 मार्च को नई दिल्ली में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के समक्ष तीसरी बार पेश हुईं।ईडी कार्यालय पहुंचने पर के. चंद्रशेखर राव की बेटी कविता ने मीडिया को मोबाइल फोन दिखाए, जिसके बारे में एजेंसी का कहना है कि सबूत मिटाने के लिए उन्हें नष्ट कर दिया गया है। ईडी ने उन पर आबकारी नीति घोटाले के दौरान 10 सेल फोन बदलने का आरोप लगाया था। यह इन सेल फोन से डेटा जानना और उसको वापस पाना चाहता था।भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) की विधायक से पूछताछ के दौरान 20 मार्च को लगभग 10 घंटे तक पूछताछ की गई थी, जिसके दौरान उनसे हैदराबाद के बिज़नेस मेन अरुण पिल्लई और सीमित मात्रा में सहायक दस्तावेजों के बारे में पूछा गया था।
कविता ने पहले ईडी कार्यालय में जांच में भाग लेने से इनकार कर दिया था, लेकिन ईमेल के माध्यम से और अपने घर में जवाब देने के लिए तैयार थीं। बाद में उनका हृदय परिवर्तन हुआ और वह जांच में शामिल हो गईं।बताया जाता है कि साउथ ग्रुप के प्रतिनिधि अरुण पिल्लई ने उनकी शुरुआती उपस्थिति में उनसे संपर्क किया था। साउथ ग्रुप पर नेताओं को 100 करोड़ रुपये का भुगतान करने का आरोप है, जिसका इस्तेमाल उन्होंने कथित तौर पर गोवा विधानसभा चुनावों को प्रभावित करने के लिए किया था। पिल्लई ने कहा है कि वह कविता का सहयोगी था। बुधवार को एजेंसी ने बीआरएस एमएलसी के पूर्व लेखा परीक्षक और दक्षिण समूह के सदस्य बुच्ची बाबू का बयान दर्ज किया।
कविता ने जोर देकर कहा है कि उन्होंने दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को कभी नहीं देखा है, जिन्हें मामले के संबंध में सीबीआई और ईडी द्वारा हिरासत में लिया गया है, और वह इस मुद्दे में अनावश्यक रूप से फंसा हुआ महसूस करती हैं। ईडी के अनुसार, कविता आबकारी नीति मामले में साउथ ग्रुप के प्रतिनिधियों में से एक है।