मुंबई (महाराष्ट्र):- अभिनेत्री स्वरा भास्कर ने हाल ही में फिल्म च्छावा पर अपने विवादास्पद ट्वीट के लिए स्पष्टीकरण दिया है। उन्होंने कहा कि उनका उद्देश्य अतीत की महिमा का दुरुपयोग करने वालों को उजागर करना था न कि मराठा योद्धा संभाजी महाराज के बलिदान का अपमान करना। स्वरा भास्कर ने अपने ट्वीट में कहा था “एक समाज जो 500 साल पुराने आंशिक रूप से कल्पित फिल्मी यातना से अधिक नाराज लेकिन महाकुंभ में हुई मौतों और दुर्भाग्यपूर्ण प्रबंधन से नहीं वह एक मस्तिष्क-मृत और आत्मा-मृत समाज है“।
उनके इस ट्वीट के बाद, सोशल मीडिया पर उनकी कड़ी आलोचना हुई। कई लोगों ने उन पर आरोप लगाया कि वह मराठा योद्धा संभाजी महाराज के बलिदान का अपमान कर रही हैं हालांकि स्वरा भास्कर ने अपने स्पष्टीकरण में कहा कि उनका उद्देश्य अतीत की महिमा का दुरुपयोग करने वालों को उजागर करना था न कि मराठा योद्धा संभाजी महाराज के बलिदान का अपमान करना।
उन्होंने कहा, “मैंने अपने ट्वीट में जो कहा था, वह यह था कि हमें अतीत की महिमा का दुरुपयोग नहीं करना चाहिए। हमें वर्तमान में होने वाली गलतियों को स्वीकार करना चाहिए और उन्हें सुधारने का प्रयास करना चाहिए” स्वरा भास्कर के इस स्पष्टीकरण के बाद सोशल मीडिया पर उनकी आलोचना कम हुई है लेकिन अभी भी कई लोग उनके ट्वीट की आलोचना कर रहे हैं।
इस पूरे मामले में एक बात स्पष्ट है कि स्वरा भास्कर ने अपने ट्वीट में जो कहा था वह एक विचारशील और सामाजिक मुद्दे पर आधारित था। उन्होंने अतीत की महिमा का दुरुपयोग करने वालों को उजागर करने का प्रयास किया था हालांकि उनके ट्वीट की आलोचना करने वालों का भी एक तर्क है। उन्होंने कहा कि स्वरा भास्कर ने मराठा योद्धा संभाजी महाराज के बलिदान का अपमान किया है।
इस पूरे मामले में एक बात स्पष्ट है कि स्वरा भास्कर ने अपने ट्वीट में जो कहा था वह एक विचारशील और सामाजिक मुद्दे पर आधारित था। उन्होंने अतीत की महिमा का दुरुपयोग करने वालों को उजागर करने का प्रयास किया था लेकिन, उनके ट्वीट की आलोचना करने वालों का भी एक तर्क है। उन्होंने कहा कि स्वरा भास्कर ने मराठा योद्धा संभाजी महाराज के बलिदान का अपमान किया है।