बेंगलुरु (कर्नाटक):- भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह आज एशिया के सबसे बड़े एयरो इंडिया शो का उद्घाटन करेंगे। बेंगलुरु के येलाहंका एयरफोर्स स्टेशन पर आयोजित यह पांच दिवसीय प्रदर्शनी भारत की रक्षा क्षमताओं, स्वदेशी तकनीकों और वैश्विक रक्षा सहयोग को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का मंच बनेगी। इस वर्ष की थीम ‘रनवे टू ए बिलियन अपॉर्च्युनिटीज’ है, जो भारत के रक्षा क्षेत्र में विशाल संभावनाओं और आत्मनिर्भरता को दर्शाती है।
900 से अधिक प्रदर्शक, 90 देशों की भागीदारी
इस मेगा इवेंट में 150 से अधिक विदेशी कंपनियों सहित कुल 900 प्रदर्शक भाग ले रहे हैं जो इसे अब तक का सबसे बड़ा एयरो इंडिया शो बना रहा है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि 90 से अधिक देशों की भागीदारी यह दर्शाती है कि भारत की एयरोस्पेस और रक्षा क्षमताओं पर वैश्विक विश्वास लगातार बढ़ रहा है। इसके अलावा 30 से अधिक देशों के रक्षा मंत्री या प्रतिनिधि और 43 देशों के वायुसेना प्रमुख इस आयोजन का हिस्सा बनेंगे।
स्वदेशी रक्षा निर्माण और वैश्विक साझेदारी को मिलेगा बढ़ावा
यह शो भारत के एमएसएमई, स्टार्टअप्स और रक्षा निर्माताओं के लिए वैश्विक कंपनियों के साथ साझेदारी और संयुक्त उद्यम स्थापित करने का एक सुनहरा अवसर होगा। इस दौरान नई रक्षा तकनीकों अत्याधुनिक विमानों और नवाचारों का प्रदर्शन किया जाएगा जिससे भारतीय रक्षा उद्योग को मजबूती मिलेगी और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्य को गति मिलेगी।
प्रदर्शनी के विशेष आकर्षण
- 10 से 12 फरवरी को शो का व्यावसायिक चरण रहेगा, जहां उद्योग जगत के विशेषज्ञ और कंपनियां आपसी सहयोग पर चर्चा करेंगी।
- 13 और 14 फरवरी को इसे आम जनता के लिए खोला जाएगा जिससे देश के युवा और रक्षा प्रेमी अत्याधुनिक तकनीकों और विमानों को देख सकेंगे।
- प्रदर्शनी में एयरोस्पेस, ड्रोन टेक्नोलॉजी, आधुनिक हथियार प्रणालियां और भारत में निर्मित रक्षा उपकरणों का प्रदर्शन किया जाएगा।
‘न्यू इंडिया’ की ताकत और आत्मनिर्भरता का प्रदर्शन
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “एयरो इंडिया न केवल भारत की रक्षा तैयारियों को प्रदर्शित करता है, बल्कि यह हमारे राष्ट्र के भविष्य को भी आकार देता है। यह शो हमारे मित्र देशों के साथ रक्षा सहयोग को और मजबूत करेगा।” उन्होंने इसे युवाओं के लिए प्रेरणा का स्रोत बताया, जो वैज्ञानिक सोच और नवाचार को बढ़ावा देगा।
निष्कर्ष
एयरो इंडिया 2025 भारत की रक्षा क्षमताओं, स्वदेशी निर्माण और वैश्विक रक्षा सहयोग को मजबूत करने का ऐतिहासिक अवसर बनेगा। यह शो न केवल भारत की शक्ति का प्रदर्शन करेगा, बल्कि वैश्विक रक्षा उद्योग के लिए भी नए रास्ते खोलेगा।