Dastak Hindustan

चीनी एआई स्टार्टअप दीपसीक के पीछे की ताकत

चीन(बीजिंग):- चीनी एआई स्टार्टअप दीपसीक ने हाल के दिनों में अमेरिकी टेक दिग्गजों को चिंतित और भारत को सावधान कर दिया है। इसके पीछे की ताकत है लियांग वेनफेंग जो दीपसीक के सीईओ हैं। लियांग वेनफेंग की अगुआई में दीपसीक ने एआई मॉडल की कीमतों में एक बड़ी गिरावट की शुरुआत की है जिससे अमेरिकी टेक दिग्गजों को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना पड़ रहा है। दीपसीक की सफलता का राज है इसकी अनुसंधान-केंद्रित दृष्टिकोण। लियांग वेनफेंग का मानना है कि एआई मॉडल की कीमतों में गिरावट लाने के लिए अनुसंधान और विकास पर ध्यान केंद्रित करना आवश्यक है।

दीपसीक ने अपने मॉडलों को ओपन-सोर्स बनाने का फैसला किया है जिससे डेवलपर्स और शोधकर्ता इन मॉडलों का उपयोग कर सकें और उन्हें और बेहतर बना सकें। दीपसीक की सफलता ने अमेरिकी टेक दिग्गजों को चिंतित कर दिया है। गूगल, माइक्रोसॉफ्ट और अमेज़ॅन जैसी कंपनियों ने अपने एआई मॉडलों की कीमतों में गिरावट लाने के लिए दबाव महसूस किया है। इसके अलावा दीपसीक की सफलता ने भारत को भी सावधान कर दिया है। भारतीय टेक कंपनियों ने अपने एआई मॉडलों की कीमतों में गिरावट लाने के लिए दबाव महसूस किया है।

दीपसीक की सफलता का एक और कारण है इसकी अनोखी संगठनात्मक संरचना। लियांग वेनफेंग का मानना है कि एक अनुकूल और सहयोगात्मक वातावरण में काम करने से शोधकर्ताओं और डेवलपर्स को अपनी पूरी क्षमता तक पहुंचने में मदद मिलती है। दीपसीक ने अपने कर्मचारियों को अपनी परियोजनाओं पर पूरी स्वतंत्रता दी है जिससे वे अपनी रचनात्मकता और नवाचार को बढ़ावा दे सकें। दीपसीक की सफलता ने एआई उद्योग में एक नए युग की शुरुआत की है। लियांग वेनफेंग की अगुआई में दीपसीक ने एआई मॉडल की कीमतों में एक बड़ी गिरावट की शुरुआत की है जिससे एआई तकनीक को और अधिक सुलभ और सस्ता बनाने में मदद मिलेगी। दीपसीक की सफलता ने एआई उद्योग में एक नए युग की शुरुआत की है जिसमें अनुसंधान और नवाचार को बढ़ावा दिया जाएगा।

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *