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गडकरी का बयान: सरकार और प्रशासन का धर्मनिरपेक्ष होना आवश्यक

नई दिल्ली:- केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने भारतीय संविधान में धर्मनिरपेक्षता के महत्व को रेखांकित करते हुए एक अहम बयान दिया है। उन्होंने कहा कि संविधान में निहित धर्मनिरपेक्षता के सिद्धांतों का पालन करना आवश्यक है ताकि सभी धर्मों के प्रति निष्पक्षता और सम्मान बना रहे। गडकरी ने इस बात पर जोर दिया कि सरकार और प्रशासन दोनों का धर्मनिरपेक्ष होना न केवल संविधान का पालन है बल्कि देश में समरसता बनाए रखने के लिए भी जरूरी है।

गडकरी ने कहा कि भारत का संविधान सभी नागरिकों के अधिकारों की सुरक्षा करता है और धर्म के आधार पर किसी भी तरह का भेदभाव न करने की गारंटी देता है। उन्होंने स्पष्ट किया कि एक धर्मनिरपेक्ष प्रशासन का मतलब केवल धार्मिक तटस्थता नहीं बल्कि सभी वर्गों का समान रूप से प्रतिनिधित्व करना है।

गडकरी के इस बयान से यह संकेत मिलता है कि भारतीय लोकतंत्र और प्रशासनिक प्रणाली में धर्मनिरपेक्षता का स्थान अहम है।

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