पूर्वी लद्दाख: भारत और चीन के बीच 45 महीनों से जारी पूर्वी लद्दाख में सीमा तनाव को हल करने के लिए दोनों देशों के बीच महत्वपूर्ण समझौता हुआ है। इस समझौते के तहत वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर गश्त और सैन्य तनाव को घटाने पर सहमति बनी है। विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने इस फैसले की घोषणा करते हुए कहा कि 2020 में LAC पर हुई घटनाओं के बाद से दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हुई। इन कूटनीतिक और सैन्य स्तर पर हुई चर्चाओं के परिणामस्वरूप कई मोर्चों पर तनाव कम हुआ लेकिन कुछ असहमति के बिंदु बने रहे।
हाल के हफ्तों में हुई वार्ताओं के बाद सैन्य गश्त की व्यवस्था पर सहमति बन गई, जिससे दोनों पक्षों के बीच सैन्य टकराव की स्थिति समाप्त हो गई। यह समझौता उस समय सामने आया है जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग इसी हफ्ते रूस के कजान में होने वाले 16वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के विषय पर बोलते हुए, विदेश सचिव ने बताया कि यह शिखर सम्मेलन वैश्विक विकास और सुरक्षा के लिए बहुपक्षवाद को मजबूत करने पर केंद्रित होगा। पीएम मोदी 22 अक्टूबर को कजान के लिए रवाना होंगे जहां सम्मेलन के दौरान वे अन्य देशों के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बातचीत भी कर सकते हैं। हालांकि विदेश सचिव ने पीएम मोदी और शी जिनपिंग की संभावित मुलाकात की पुष्टि नहीं की है लेकिन इसे खारिज भी नहीं किया है।