सिंगापुर: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने प्रतिबंधित पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े मामलों में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। जांच से पता चला है कि PFI का नेटवर्क भारत के विभिन्न राज्यों के साथ-साथ विदेशों में भी सक्रिय है। ED द्वारा तैयार किए गए डोजियर के अनुसार PFI के सदस्य सिंगापुर सहित पांच खाड़ी देशों में भी सक्रिय थे। इन देशों में PFI के कम से कम 13,000 सदस्य शामिल हैं जो संगठन के लक्ष्यों के लिए काम कर रहे हैं।
ED की जांच से यह भी खुलासा हुआ है कि PFI को हवाला के जरिए भारी मात्रा में फंडिंग मिलती रही है। कई अज्ञात दानदाताओं ने भी संगठन को आर्थिक मदद दी। इन पैसों का इस्तेमाल भारत में युवाओं को कट्टरपंथी बनाने उन्हें हथियारों और विस्फोटकों की ट्रेनिंग देने के लिए किया गया। ED ने दावा किया कि PFI ने भारत के केरल, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, दिल्ली, राजस्थान, महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, जम्मू और कश्मीर और मणिपुर जैसे राज्यों में अपनी मजबूत पकड़ बना ली थी।
संगठन के 26 शीर्ष पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया गया है जो भारत के भीतर और बाहर दोनों जगहों पर सक्रिय थे। ED के अनुसार PFI की गतिविधियों ने राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरे पैदा किए हैं। यह खुलासा बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह दिखाता है कि PFI का नेटवर्क न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी फैला हुआ है। सरकार ने इन खुलासों के आधार पर PFI पर सख्त कार्रवाई करते हुए इसे भारत में प्रतिबंधित कर दिया है और इसके खिलाफ जांच जारी है।