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जरूरत की खबर कहीं आपकी कॉफी में गोबर तो नहीं

 राजस्थान:हाल ही में राजस्थान के खाद्य सुरक्षा विभाग ने पूरे राज्य से खाने-पीने की वस्तुओं के सैंपल कलेक्ट किए और उनका लैब टेस्ट किया। इस टेस्ट के नतीजे बेहद चौंकाने वाले हैं। जयपुर में करीब 30% से ज्यादा फूड सैंपल्स खाद्य मानकों पर खरे नहीं उतरे जबकि पूरे राज्य में यह आंकड़ा लगभग 27% है। यह मिलावट आम लोगों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बन रही है। खासकर दूध, मसाले, घी, मिठाई और कॉफी जैसे रोजमर्रा के उत्पादों में मिलावट के मामले बढ़ रहे हैं।

मिलावट से क्या खतरे हैं?

मिलावटी खाद्य पदार्थों का सेवन करने से शरीर में कई तरह की बीमारियां पैदा हो सकती हैं। इनमें पेट संबंधी समस्याएं, फूड पॉइजनिंग, लीवर और किडनी पर असर  और लंबे समय तक सेवन से कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां भी हो सकती हैं। खाद्य पदार्थों में केमिकल्स और सस्ते विकल्प मिलाकर दुकानदार और व्यापारी अधिक मुनाफा कमाने की कोशिश करते हैं  जिसका सीधा असर आपकी सेहत पर पड़ता है।

कैसे करें मिलावट की पहचान?

यह जानना जरूरी है कि हम जो खा रहे हैं, वह असली है या मिलावटी। कुछ आसान घरेलू तरीके हैं जिनसे आप मिलावट की पहचान कर सकते हैं।

 

1. दूध और दूध से बने उत्पाद: दूध में पानी की मिलावट का पता लगाने के लिए एक बूंद दूध को चिकनी सतह पर डालें। अगर दूध नीचे की ओर तेजी से बह जाता है तो उसमें पानी मिला हो सकता है।

2.मसाले: हल्दी में मिलावट का पता लगाने के लिए इसमें हाइड्रोक्लोरिक एसिड की कुछ बूंदें डालें। अगर इसमें बुलबुले बनते हैं तो इसका मतलब इसमें पीली मिट्टी की मिलावट हो सकती है।

3.घी: असली घी की खुशबू और स्वाद अलग होता है। घर पर चम्मच में घी डालकर उसे गर्म करें। अगर उसमें से जलने जैसी गंध आती है तो वह असली नहीं है।

4.मिठाई: चांदी के वर्क लगी मिठाई में मिलावट का खतरा होता है। असली वर्क की पहचान करने के लिए उसे जलाएं। अगर वर्क जल जाता है तो यह असली है, वरना यह नकली है।

4.कॉफी: कॉफी में गोबर या अन्य मिलावटी पदार्थ की पहचान करने के लिए एक चुटकी कॉफी को पानी में डालें। अगर कॉफी जल्दी से तैरने लगे और उसके कण पानी में घुलने की बजाए ऊपर तैरने लगें तो उसमें मिलावट हो सकती है।

सरकार क्या कदम उठा रही है?

राजस्थान सरकार ने मिलावटखोरों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का आदेश दिया है। राज्य के विभिन्न जिलों में नियमित रूप से छापेमारी की जा रही है और दोषी पाए जाने वाले दुकानदारों और व्यापारियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है। इसके साथ ही जनता को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम भी चलाए जा रहे हैं ताकि लोग मिलावट को पहचान कर अपनी सेहत का ध्यान रख सकें।

मिलावट का बढ़ता खतरा हम सभी के लिए चिंता का विषय है। यह जरूरी है कि हम सतर्क रहें और खाने-पीने की चीजों की मिलावट की पहचान करने के तरीकों को समझें। साथ ही सरकार द्वारा उठाए जा रहे कदमों का समर्थन करें और मिलावटखोरी की शिकायतें दर्ज कराने में संकोच न करें।

 

 

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