लखनऊ (उत्तर प्रदेश):- समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने जनेश्वर मिश्र पार्क गोमती नगर में समाजवादी पार्टी के पूर्व नेता जनेश्वर मिश्र को श्रद्धांजलि दी।उन्होंने कहा कि हम समाजवादियों ने जनेश्वर मिश्र को बहुत करीब से देखा है। उन्होंने पूरा जीवन समाजवादियों को आगे बढ़ाने के लिए काम किया। जनेश्वर मिश्र उस पीढ़ी के नेता है जिन्होंने आजादी के बाद किसान, गरीब, मजदूर और हर वर्ग के लोगों के लिए कैसे समान का जीवन मिले और उन्हें कैसे आर्थिक और समाजिक रूप से सम्मान दिलाने का काम किया जाए। उन्होंने जिस तरीके से हर वर्ग को जोड़ कर रखा उसी का परिणाम है कि आज सपा आंदोलन जीवित है।
अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी चुनाव से पहले साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी का काम समाजवादीयों को बदनाम करना खासकर मुसलमानों को। उनका यह कहना है कि भारतीय जनता पार्टी का रवैया लोकतंत्रिक नहीं है और यह संविधान पर भरोसा नहीं करतीं हैं।
अखिलेश यादव ने जनेश्वर मिश्रा को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि वे ऊंचाई पर पहुंचने के बावजूद भी जनता से दूर नहीं हुए। उन्होंने भाजपा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बीजेपी का एकमात्र काम है समस्याओं को बढ़ाना और समाजवादी पार्टी को बदनाम करना। सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव की कोशिश विधानसभा चुनाव 2027 से पहले अपने समीकरणों को मजबूत बनाने की है। अखिलेश यादव लोकसभा चुनाव में मिली सफलता के बाद उत्साहित हैं और वे पीडीए को आम जनता के बीच पहुंचाने के लिए लगातार अपने दांव चल रहे हैं।
जनेश्वर मिश्र के जन्मदिन के जरिए अखिलेश यादव ने साफ कर दिया है कि वह पीडीए और सवर्ण सियासत में संतुलन बिठाने की कोशिश कर रहे हैं। सपा सुप्रीमो की कोशिश 2027 के विधानसभा चुनाव में 40 प्रतिशत वोट हासिल करने की है। हालिया संपन्न लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी को 33.59 प्रतिशत वोट मिले थे। संसदीय सीटों के लिहाज से सपा यूपी में सबसे बड़ी पार्टी है।
ब्राह्मण वोटरों को साधने की अखिलेश की कोशिशों को विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद पर माता प्रसाद पांडेय की नियुक्ति के तौर पर भी देखा गया है। सदन में नेता प्रतिपक्ष के पद के लिए शिवपाल सिंह यादव की भी दावेदारी थी, लेकिन अखिलेश यादव ने माता प्रसाद पांडेय पर दांव खेला। वहीं ओबीसी वोटरों को साधने के लिए सपा सुप्रीमो ने लोकसभा में बाबू सिंह कुशवाहा को उपनेता बनाया है। अखिलेश स्वयं लोकसभा में समाजवादी पार्टी का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। बाबू सिंह कुशवाहा के जरिए अखिलेश ने कुर्मी समुदाय के वोटरों को साधा है।