नई दिल्ली:- संसद के विशेष सत्र के दौरान लोकसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन से चर्चा की शुरुआत की।इस दौरान उन्होंने 75 वर्षों की संसदीय यात्रा की तस्वीर सामने रखी।
उन्होंने कहा, ‘नए परिसर में जाने से पहले इस संसद भवन से जुड़े प्रेरणादायक क्षणों को याद करने का समय आ गया है।नए सदन में जाने से पहले, उन प्रेरक पलों को, इतिहास की महत्वपूर्ण घड़ी को याद करते हुए आगे बढ़ने का ये अवसर है।
उन्होंने G20 शिखर सम्मेलन का श्रेय 140 करोड़ देशवासियों को दिया. वहीं चंद्रयान-3 की सफलता के पीछे देश के सामर्थ्य की चर्चा की। उनके संबोधन से पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने G20 समिट की सफलता के लिए प्रधानमंत्री मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व की सराहना की।
PM मोदी ने कहा, ‘ये सही है कि इस इमारत के निर्माण का निर्णय विदेशी शासकों का था। लेकिन ये बात हम कभी नहीं भूल सकते हैं कि इस भवन के निर्माण में परिश्रम, पसीना और पैसा मेरे देशवासियों का लगा था। हम भले ही नए भवन में जाएंगे। लेकिन ये पुराना भवन भी आने वाली पीढ़ियों को हमेशा प्रेरणा देता रहेगा।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘चंद्रयान-3 मिशन की सफलता से आज पूरा देश अभिभूत है। इसमें भारत के सामर्थ्य का एक नया रूप जो आधुनिकता, विज्ञान, टेक्नोलॉजी, हमारे वैज्ञानिकों और जो 140 करोड़ देशवासियों के संकल्प की शक्ति से जुड़ा हुआ है, वो देश और दुनिया पर नया प्रभाव पैदा करने वाला है।
PM मोदी ने कहा, ‘G20 की सफलता किसी व्यक्ति या दल की नहीं, बल्कि भारत के 140 करोड़ भारतीयों की सफलता है। भारत इस बात के लिए गर्व करेगा कि भारत की अध्यक्षता के दौरान अफ्रीकन यूनियन G20 का स्थाई सदस्य बना।
उन्होंने कहा, ‘हम सबके लिए गर्व की बात है कि आज भारत ‘विश्व मित्र’ के रूप में अपनी जगह बना पाया है। आज पूरा विश्व, भारत में अपना मित्र खोज रहा है, भारत की मित्रता का अनुभव कर रहा है।