नई दिल्ली :- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह ‘सेमीकॉन इंडिया’ 2023 को संबोधित किया। उन्होंने कहा, “यह कार्यक्रम उसी तरह है जैसे सॉफ्टवेर को अपडेट करना आवश्यक है। सेमीकॉनइंडिया के माध्यम से उद्योग, विशेषज्ञों और नीति निर्माताओं के साथ संबंध अपडेट होते रहते हैं। मेरा यह भी मानना है कि संबंधों में तालमेल के लिए यह आवश्यक है।”
उन्होंने कहा, “आज दुनिया इंडस्ट्री 4.0 की गवाह बन रही है। जब भी दुनिया में कोई औद्योगिक क्रांति आई है, तो उसकी नींव किसी भी क्षेत्र के लोगों की आकांक्षाएं रही हैं। यह पहले की औद्योगिक क्रांतियों और अमेरिकी सपने के बीच का संबंध था। आज मैं चौथी औद्योगिक क्रांति और भारतीय आकांक्षाओं के बीच वही संबंध देख सकता हूं।”
पीएम मोदी ने कहा कि देश में सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए प्रौद्योगिकी कंपनियों को 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी जाएगी। उन्होंने शुक्रवार को यह घोषणा करते हुए कहा कि उनकी सरकार ने सेमीकंडक्टर उद्योगों को हर तरह की सुविधाएं दी हैं।
मोदी ने गांधीनगर में ‘सेमीकॉन इंडिया 2023’ सम्मेलन का उद्घाटन करने के बाद कहा कि देश में सेमीकंडक्टर उद्योग की वृद्धि के लिए एक पूरा पारिस्थितिकी तंत्र तैयार किया जा रहा है। उन्होंने कहा, “हम सेमीकॉन इंडिया कार्यक्रम के तहत प्रोत्साहन की पेशकश कर रहे थे। अब इसे बढ़ा दिया गया है, और अब प्रौद्योगिकी फर्मों को भारत में सेमीकंडक्टर विनिर्माण संयंत्र स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता मिलेगी।”
मोदी ने कहा कि भारत में सेमीकंडक्टर उद्योग तेजी से वृद्धि करेगा। उन्होंने कहा, “एक साल पहले, लोग पूछते थे कि उन्हें भारत के सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश क्यों करना चाहिए और अब वे ही पूछते हैं कि भारत में निवेश क्यों नहीं करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि दुनिया को एक भरोसेमंद चिप आपूर्ति श्रृंखला की जरूरत है। मोदी ने कहा कि सेमीकंडक्टर डिजाइन पर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए भारत में 300 विद्यालयों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि दुनिया में हुई प्रत्येक औद्योगिक क्रांति अलग-अलग समय में लोगों की आकांक्षाओं से प्रेरित थी और उनका मानना है कि अब जो चौथी औद्योगिक क्रांति देखी जा रही है, वह भारत की आकांक्षाओं से प्रेरित है।