मुंबई : महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन हुए बहुत लंबा समय नहीं बीता है। ताजा घटनाक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे के फैसले पर सवाल खड़े किए हैं। उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस से हाथ मिलाने के संबंध में दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे का जिक्र किया। शिंदे ने कहा कि उन्हें पता है कि दिघे के साथ क्या हुआ था ? अगर वे बोलने लगे तो भूकंप आ जाएगा।
एकनाथ शिंदे ने उद्धव ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, बागी विधायकों को देशद्रोही कहा जा रहा है। शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे को परोक्ष चेतावनी देते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने शनिवार को कहा कि अगर उन्होंने बोलना शुरू किया तो “भूकंप” आ जाएगा। बता दें कि दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे एकनाथ शिंदे के राजनीतिक गुरु थे।
दिवंगत शिवसेना नेता आनंद दिघे के साथ क्या हुआ था ? इसका जिक्र करते हुए एकनाथ शिंदे ने कहा, ‘धर्मवीर’ के साथ जो हुआ वे उसके गवाह थे। बता दें कि आनंद दिघे को उग्र शिवसेना नेता और एकनाथ शिंदे के गुरु के रूप में जाना जाता है। दिघे की 2002 में एक सड़क दुर्घटना में मृत्यु हो गई थी।
मालेगांव में एक रैली में बोलते हुए, एकनाथ शिंदे ने कहा कि उन्होंने विद्रोह किया क्योंकि वह “बालासाहेब ठाकरे की विरासत की रक्षा करना चाहते थे।” उन्होंने कहा, “अगर मैं इंटरव्यू देना शुरू कर दूं तो भूकंप आ जाएगा..कुछ लोगों के विपरीत, मैंने हर साल छुट्टियों के लिए कभी विदेश यात्रा नहीं की। मेरे दिमाग में केवल शिवसेना और उसके विकास की बातें थीं।”