स्पोर्ट्स डेस्क, नई दिल्ली : भारतीय टीम के कोच गौतम गंभीर ने विकेटकीपर के रूप में केएल राहुल को तवज्जो दिया है। हालांकि सीरीज खत्म होने के बाद मुख्य कोच ने यह भी साफ कर दिया कि विकेटकीपर के रूप में पहली पंसद केएल राहुल ही होंगे।
गौतम गंभीर ने बताया कि यशस्वी जायसवाल को चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वाड से बाहर करना रणनीतिक फैसला है। उन्होंने बताया कि वरुण चक्रवर्ती को पांचवें विशेषज्ञ स्पिनर के रूप में क्यों शामिल किया गया।
गंभीर ने कहा, ‘एकमात्र कारण है कि हमें विकेट लेने वाला विकल्प चाहिए था और हम जानते हैं कि वरुण चक्रवर्ती वह विकल्प हो सकते हैं। यशस्वी जायसवाल का लंबा भविष्य है और हम सिर्फ 15 खिलाड़ियों को स्क्वाड में रख सकते हैं।’
अक्षर को राहुल पर तरजीह क्यों
जब गंभीर से पूछा गया कि शुरुआती मैचों में अक्षर पटेल को केएल राहुल पर तरजीह क्यों दी गई जबकि दाएं हाथ के बल्लेबाज का इस क्रम पर औसत दमदार है। इस पर गंभीर ने व्यक्तिगत आंकड़े के बजाय टीम प्राथमिकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा, ‘हम औसत और आंकड़े नहीं देखते। हमारा ध्यान इस पर होता है कि कौन कब प्रदर्शन करके दे सकता है।’
यशस्वी को क्यों किया बाहर?
गौतम गंभीर ने बताया कि यशस्वी जायसवाल को चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वाड से बाहर करना रणनीतिक फैसला है। उन्होंने बताया कि वरुण चक्रवर्ती को पांचवें विशेषज्ञ स्पिनर के रूप में क्यों शामिल किया गया।
गंभीर ने कहा, ‘एकमात्र कारण है कि हमें विकेट लेने वाला विकल्प चाहिए था और हम जानते हैं कि वरुण चक्रवर्ती वह विकल्प हो सकते हैं। यशस्वी जायसवाल का लंबा भविष्य है और हम सिर्फ 15 खिलाड़ियों को स्क्वाड में रख सकते हैं।’
केएल राहुल फर्स्ट चॉइश विकेटकीपर, पंत नहीं- गंभीर
हालांकि, गंभीर ने पंत को मौका दिए जाने से इनकार नहीं किया है। लेकिन, फिलहाल के लिए उन्होंने केएल राहुल को ही अपनी टीम का विकेटकीपर बताया है। गंभीर ने कहा कि राहुल उनके फर्स्ट चॉइश विकेट हैं और रहेंगे। उन्होंने आगे ये भी कहा कि टीम इंडिया एक साथ दो विकेटकीपर के साथ नहीं खेल सकती। अूब इसका तो यही मतलब निकलता है कि चैंपियंस ट्रॉफी की प्लेइंग इलेवन में फिर पंत के लिए जगह बनती नहीं दिखती।