नई दिल्ली:- हिंसा की वजह से सुर्खियों में छाए हरियाणा के नूंह जिले से इंसाफ की एक अनोखी कहानी सामने आई है। अदालत के फैसले के बाद न सिर्फ चार साल पुराने जख्म एक बार फिर हरे हो गए, बल्कि इस बात की खुशी भी है कि आखिर न्याय हुआ।
अब दुराचारी जिंदगीभर जेल में सड़ेगा। इस मामले में खास बात यह है कि दुराचारी हत्यारे को उसके अंजाम तक पहुंचाने में एक बकरी की भूमिका बड़ी अहम रही है। उसी की गवाही की वजह से इंसाफ हो सका।
अदालत की चौखट पर इंसाफ की सीढ़ी चढ़ चुके इस मामले में पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार जिले के एक गांव की 7 साल की लड़की 26 दिसंबर 2019 को गांव के पास ही पहाड़ी क्षेत्र में बकरियां चराने गई थी। शाम तक घर नहीं लौटी तो फिर परिवार के लोग रातभर उसकी तलाश में इधर-उधर भटकते रहे। इसके अगले दिन यानि 27 दिसंबर 2019 को झाड़ियों से उसकी लाश बरामद की गई।
इस संबंध में 27 दिसंबर 2019 को ही मृतक बच्ची के पिता ने फिरोजपुर झिरका थाने में शिकायत दी थी कि बच्ची की किसी ने उसके साथ गलत काम करने के बाद हत्या कर दी।