नई दिल्ली: पिछले हफ्ते निचले सदन से निलंबित किए गए कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी के खिलाफ दुर्व्यवहार की शिकायत की जांच लोकसभा की विशेषाधिकार समिति शुक्रवार को करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सदस्य की अध्यक्षता वाली समिति 10 अगस्त को लोकसभा द्वारा अपनाए गए प्रस्ताव पर विचार-विमर्श करेगी।
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर बहस के दौरान चौधरी और भाजपा सदस्य वीरेंद्र सिंह के व्यवहार पर आपत्ति जताई थी। वीरेंद्र सिंह, जो बलिया से सांसद हैं, ने सदन में अपने आचरण के लिए सभापति से माफी मांगी थी और कार्रवाई से बच गए थे। भाजपा नेता और संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने चौधरी के कार्यों को “आदतन” और जानबूझकर कहा। जोशी ने कहा कि चौधरी ने अविश्वास पर बहस के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब को बार-बार बाधित किया और गृह मंत्री अमित शाह और अन्य के भाषणों में भी बाधा डाली।
जोशी ने आगे कहा कि, “बार-बार अनुरोध करने और अध्यक्ष की ओर से बार-बार चेतावनियों के बावजूद, उन्होंने खुद में सुधार नहीं किया है। और, हमेशा अपनी बहस में, वह आधारहीन आरोप लगाते हैं।” बता दें कि, पिछले हफ्ते कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी ने कहा था कि ‘यह एक नई घटना है जिसे हमने संसद में अपने करियर में पहले कभी अनुभव नहीं किया है।’ लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर ने यह भी पूछा कि क्या सदन में बहस करने से निलंबन की आवश्यकता है, उन्होंने कहा कि उनकी टिप्पणी (अविश्वास बहस के दौरान) ‘किसी को चोट पहुंचाने का इरादा नहीं था’।
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