मुंबई (महाराष्ट्र):- मुंबई के लोगों को पानी की आपूर्ति करने वाली 7 झीलों में से एक मोदक सागर झील कल रात 10:52 बजे ओवरफ्लो होने लगी। जहां इस समय सम्पूर्ण महाराष्ट्र को मानसून ने अपनी चपेट में ले रखा है। वहीं इन सबके बीच मुंबई में भारी बारिश का कहर जारी है। इधर आज IMD ने मुंबई के लिए अलर्ट जारी किया है, जिसमें शुक्रवार को अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश की भविष्यवाणी की गई है।
गौरतलब है कि, तुलसी झील, वेहर झील और तानसा झील के बाद मुंबईवासियों के लिए यह चौथी ताजा पानी की आपूर्ति करने वाली झील है। वहीं मिली जानकारी के अनुसार जलग्रहण क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण, तानसा बांध ओवरफ्लो होने लगा और इसके 15 गेट खोल दिए गए, जहां से 1,65,000 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा था। पड़ोसी पालघर जिले में धामनी बांध से 8,400 क्यूसेक और कवाडास बांध से भी 21,100 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है।
यह झीलों की कुल भंडारण क्षमता का 58.93 प्रतिशत है। बता दें कि झीलों की कुल भंडारण क्षमता 14,47363 एमएलडी है। झीलों में पानी का स्टॉक कम होने के कारण मुंबई में 1 जुलाई से 10 प्रतिशत पानी की कटौती लागू है। पूर्व नगरसेवक सचिन पडवल ने बीएमसी कमिश्नर आई. एस. चहल से मुंबई में जारी पानी की कटौती को रद्द करने का अनुरोध किया है। सूत्रों के मुताबिक, यदि इसी तरह भारी बारिश होती रही और झीलों में 75 प्रतिशत से अधिक पानी जमा हो गया तो बीएमसी प्रशासन 31 जुलाई को पानी कटौती की समीक्षा कर सकता है।
यह भी जानकारी दें कि, कोल्हापुर की स्थिति भी फिलहाल चिंताजनक हो रही है। दरअसल यहां के गांवों में अब पंचगंगा नदी का पानी जा घुसा है। पता हो कि, मुंबई के मोदक सागर झील की तरह कोल्हापुर जिले में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश के चलते पंचगंगा नदी का जलस्तर चेतावनी के निशान से ऊपर पहुंच गया है। हालांकि नदी के किनारे बसे छह गांवों के लोगों को पहले ही सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा गया था।