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चक्रवात बिपरजॉय के प्रभाव से भुज में टूटा पुल, इलाके में जलभराव

गांधीनगर (गुजरात):-  बिपरजॉय का कहर गुजरात राज्य और आसपास के इलाकों में देखने को मिल रहा है। राज्य में 80,000 बिजली के खंभे गिर गए हैं और कच्छ में एक पुल ढह गया है। चक्रवात के चलते 54 हजार लोगों को शेल्टर होम में रखा गया है।

तेज हवा बारिश के कारण पुल टूटा

गुजरात के कच्छ जिले के भुज इलाके में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। तेज हवा और भारी बारिश के कारण एक पुल टूट गया है। जिससे कच्छ जिले के भुज के कई इलाकों में जलभराव देखने को मिला। चक्रवात के प्रभाव से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं।

गांधीनगर के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि सतर्क रहना जरूरी

गुजरात के गांधीनगर के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि अभी हमें सतर्क रहना होगा। अभी तक करीब 24-25 लोग घायल हुए हैं और एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। करीब 60 कच्चे मकान टूटे हैं। अभी कच्छ, बनासकांठा, पाटन जिले में अलर्ट जारी किया गया है।

54,000 लोगों को शेल्टर होम में आश्रय दिया था और करीब 80,000 बिजली के खंबे गिरे हैं‌

सबस्टेशन आदि में खराबी आने की वजह से विद्युत प्रणाली को नुकसान पहुंचा है। PGVCL के कर्मचारी कच्छ में विद्युत प्रणाली की बहाली के लिए कार्यरत हैं। चक्रवात से किसी भी तरह की जनहानि नहीं हुई है। लेकिन करीब 71 पशुओं की जान गई है।

जामनगर के कलेक्टर बीए शाह ने बताया कि चक्रवात बिपरजॉय के बाद प्रशासन द्वारा गिरे पेड़ों को सड़कों से हटा लिया गया है। जामनगर तहसील में सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 119 मिलीलीटर और अन्य तहसील में करीब 30 मिलीलीटर बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है लेकिन 3 लोगों के घायल और 4 जानवरों के मौत की सूचना है

16 जून को लगभग 16 ट्रेन रद्द कर दी 

पश्चिम रेलवे के जनसंपर्क अधिकारी जितेंद्र कुमार जयंत ने बताया कि गांधीधाम, भुज, द्वारका, वीरावल आदि जगहों पर हमने 14 हेल्प सेंटर बनाए हैं। सभी पर अधिकारियों की तैनाती की गई। हमने 13-15 जून तक 67 ट्रेन को रद्द किया था। 16 जून को हमने लगभग 16 ट्रेन रद्द कर दी हैं।

एडटेक कंपनी बायजूस पर करोड़ों का कर्ज है। कभी दुनिया में सबसे ज्यादा वैल्यूएशन वाला एडटेक स्टार्टअप का मुकाम हासिल करने वाली बायजूस की मुसीबतें साल 2021 में ही शुरू हो गई थी। उस वक्त कंपनी ने अपने वित्तीय आंकड़े काफी देरी के बाद ज़रिये किये थे।

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