दिल्ली:- केंद्रीय मंत्री राजीव चंद्रशेखर ने मीडिया रिपोर्ट्स से बातचीत करते हुए कहा कि भारत को पहली संसद मिल रही जो अंग्रेजों द्वारा नहीं बनाई गई, जो भारत के लोकतंत्र का प्रतीक है, उसका जब उद्घाटन हो रहा उस समय विपक्षी दल उस कार्यक्रम से बाहर रहने का सोच रहे हैं। कौन सांसद उस पहली भारतीय संसद के जश्न में शामिल नहीं होना चाहेंगे जो भारत के इतिहास में अंग्रेजों द्वारा नहीं बनाई गई। मैं मानता हूं कि यह क्षुद्र राजनीति है।
उन्होंने विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार ने यह सच देश से छुपाया। हमने कभी अपने स्कूल में सेंगोल के बारे में नहीं पढ़ा कि पंडित जवाहर लाल नेहरू जी को यह दिया गया। यह कम नहीं था कि उन्होंने इसको एक ‘वॉकिंग स्टिक’ का लेबल दिया। क्या वह अपने गहरे सांस्कृती से शर्मिंदा थे और क्या तभी से तुष्टिकरण की शुरूआत हो चुकी थी? मुझे खशी है कि प्रधानमंत्री मोदी ने इसे फिर से खोज कर निकाला।