नई दिल्ली:-भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार देश के विदेशी मुद्रा भंडार में 4.698 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है जिससे यह 702.966 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। यह वृद्धि विदेशी मुद्रा संपत्तियों और स्वर्ण भंडार में वृद्धि के कारण हुई है।
विदेशी मुद्रा संपत्तियों में वृद्धि
विदेशी मुद्रा संपत्तियों में 2.537 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है जिससे यह 587.014 अरब डॉलर पर पहुंच गई हैं। यह वृद्धि गैर-अमेरिकी मुद्राओं जैसे यूरो, पाउंड और येन के मूल्य में बदलाव के कारण हुई है।
स्वर्ण भंडार में वृद्धि
स्वर्ण भंडार में 2.12 अरब डॉलर की वृद्धि हुई है जिससे यह 92.419 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। यह वृद्धि स्वर्ण की कीमतों में वृद्धि के कारण हुई है।
विशेष आहरण अधिकार और आईएमएफ के साथ आरक्षित स्थिति
विशेष आहरण अधिकार (एसडीआर) में 32 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है जिससे यह 18.773 अरब डॉलर पर पहुंच गया है। आईएमएफ के साथ आरक्षित स्थिति में 9 मिलियन डॉलर की वृद्धि हुई है जिससे यह 4.76 अरब डॉलर पर पहुंच गई है।
विदेशी मुद्रा भंडार का महत्व
विदेशी मुद्रा भंडार देश की आर्थिक स्थिरता और आयात कवर के लिए महत्वपूर्ण है। यह देश को बाहरी झटकों से बचाने में मदद करता है और वित्तीय स्थिरता को बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
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