नई दिल्ली:-केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जीएसटी 2.0 सुधारों को भारत के आर्थिक इतिहास में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर बताया है। उन्होंने कहा कि इन सुधारों ने राज्यों, व्यवसायों और नागरिकों के बीच विश्वास को मजबूत किया है और राष्ट्रीय राजस्व में वृद्धि की है।
जीएसटी 2.0 की विशेषताएँ
– एकल कर प्रणाली: जीएसटी 2.0 ने ऑक्ट्रोई, एक्साइज, सेल्स और एंटरटेनमेंट टैक्स जैसे 16 विभिन्न प्रकार के करों को एकल इलेक्ट्रॉनिक कर प्रणाली में बदल दिया है।
– ई-वे बिल: जीएसटी 2.0 ने ई-वे बिल की शुरुआत की है जिससे व्यापार करना आसान हो गया है।
– 200 से अधिक संशोधन: जीएसटी 2.0 में 200 से अधिक संशोधन किए गए हैं जिससे प्रणाली को सुचारु बनाया गया है और शुरुआती समस्याओं का समाधान किया गया है।
जीएसटी 2.0 के लाभ
– राजस्व वृद्धि: जीएसटी 2.0 के कारण राष्ट्रीय राजस्व में वृद्धि हुई है जो 80,000 करोड़ रुपये से बढ़कर 2 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
– कर में कटौती: जीएसटी 2.0 के कारण 395 वस्तुओं पर कर में कटौती की गई ह जिसमें कई आवश्यक वस्तुओं को 0% या 5% के दायरे में रखा गया है।
– निवेश और बाजार वृद्धि: जीएसटी 2.0 ने निवेश और बाजार वृद्धि को बढ़ावा दिया है जिससे उत्पादन गतिविधि में वृद्धि हुई है और निर्यात में भी सुधार हुआ है।
अमित शाह का बयान
अमित शाह ने कहा “जीएसटी 2.0 एक बहुआयामी सुधार है जो कई क्षेत्रों को लाभान्वित करेगा। यह सुधार न केवल आर्थिक रूप से मजबूत है बल्कि यह भारत के विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।” उन्होंने आगे कहा कि जीएसटी 2.0 के कारण लोगों का सरकार में विश्वास बढ़ा है और यह सुधार आने वाले समय में भी याद रखा जाएगा।
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