वाशिंगटन (अमेरिका):- कभी एक दूसरे की तारीफों के पुल बांधने वाले एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप अब एक दूसरे के कटु आलोचक बन गए हैं। अमेरिका की राजनीति और उद्योग जगत की दो सबसे चर्चित हस्तियों के बीच रिश्तों में आई यह कड़वाहट अब खुलकर सामने आ चुकी है।
एक समय था जब ट्रंप एलन मस्क को अमेरिका का गौरव कहते थे और मस्क भी ट्रंप की कुछ नीतियों का समर्थन करते थे। लेकिन अब दोनों के बीच तीखे शब्दों की जंग छिड़ चुकी है। हाल ही में मस्क ने अमेरिका के टैक्स सिस्टम पर सवाल उठाए और ट्रंप प्रशासन की नीतियों को अमीर विरोधी बताया। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए डोनाल्ड ट्रंप ने मस्क पर निजी हमला करते हुए उन्हें ट्रंप डेरेंजमेंट सिंड्रोम से पीड़ित कह दिया।
मस्क ने भी चुप्पी तोड़ते हुए पलटवार किया और कहा कि ट्रंप को चुनाव में हार उन्हीं की वजह से मिली क्योंकि उन्होंने नई पीढ़ी की उम्मीदों को नहीं समझा। मस्क का कहना है कि ट्रंप के विचार पुराने हो चुके हैं और युवा अब बदलाव चाहते हैं।
यह सब उस दौर में हो रहा है जब अमेरिका में अगला राष्ट्रपति चुनाव नजदीक है और दोनों ही व्यक्तित्व अपने अपने प्रभाव क्षेत्र में बड़े हैं। मस्क जहां टेक्नोलॉजी और व्यवसाय जगत में प्रभाव रखते हैं वहीं ट्रंप अब भी रिपब्लिकन पार्टी के मजबूत चेहरा बने हुए हैं।
विशेषज्ञों का मानना है कि दोनों के बीच यह टकराव केवल विचारधारा का नहीं बल्कि व्यक्तिगत अहम का भी परिणाम है। ट्रंप को मस्क का उदारवादी रुख खटकता है और मस्क को ट्रंप की पुरानी सोच।
इस विवाद का असर केवल राजनीति या टेक्नोलॉजी तक सीमित नहीं रहेगा बल्कि इसका प्रभाव आम अमेरिकी नागरिकों की सोच और आगामी चुनाव पर भी देखने को मिल सकता है। सोशल मीडिया पर दोनों के समर्थक एक दूसरे पर लगातार तीखे कमेंट कर रहे हैं जिससे यह साफ है कि यह लड़ाई अब व्यक्तिगत दायरे से निकलकर जनभावनाओं को भी प्रभावित कर रही है।
मस्क और ट्रंप के बीच की यह तकरार एक समय की दोस्ती की असफलता भी दर्शाती है जो स्वार्थ और वैचारिक मतभेदों के चलते टूट गई। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले समय में क्या यह संघर्ष और बढ़ेगा या कोई नई सुलह की राह निकलेगी।