मुंबई(महाराष्ट्र):- बॉलीवुड अभिनेत्री मंथी छिल्लर ने हाल ही में फिल्म उद्योग में महिलाओं के प्रति घृणित मानसिकता की निंदा की है। उन्होंने कहा कि उद्योग में महिलाओं की सफलता को अक्सर पुरुषों के संरक्षण से जोड़कर देखा जाता है न कि उनकी अपनी योग्यता से। मंथी छिल्लर ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा “एक घृणित मानसिकता किसी महिला की सफलता का श्रेय पुरुष के संरक्षण को देना आसान समझती है न कि उसकी अपनी योग्यता को”।
मिस वर्ल्ड विजेता ने साझा की अपनी बात
मंथी छिल्लर ने कहा कि वह एक सशक्त और शिक्षित माहौल में पली-बढ़ी हैं हां सभी को समान मूल्य दिया जाता है। हालांकि उन्होंने यह भी देखा है कि सफल पुरुषों को मेहनती और प्रतिभाशाली माना जाता है जबकि महिलाओं को अवसरवादी, गोल्ड डिगर या हेरफेर करने वाली माना जाता है। उन्होंने सवाल किया, “क्या यह इतना आसान है जितना कि ‘यदि आप किसी महिला के बारे में कुछ बुरा सुनते हैं यह एक ऐसी महिला से है जो उसकी तरह नहीं हो सकती या एक पुरुष जो उसे नहीं पा सकता है’? या फिर इसमें एक गहरी जड़ें वाली पूर्वाग्रह है?”
फिल्म उद्योग में महिलाओं के प्रति असम्मान
मंथी छिल्लर ने कहा कि वह अक्सर फिल्म उद्योग में काम करने वाली महिलाओं को असम्मान और के साथ चर्चा में देखती हैं। उन्होंने कहा कि यह एक गहरी समस्या है जिसका समाधान करने की आवश्यकता है। मंथी छिल्लर की इस पोस्ट ने फिल्म उद्योग में महिलाओं के प्रति घृणित मानसिकता के मुद्दे पर चर्चा शुरू कर दी है।
मंथी छिल्लर के करियर की बात
मंथी छिल्लर ने मिस वर्ल्ड 2017 का खिताब जीता था और बाद में उन्होंने बॉलीवुड में अपनी अभिनय यात्रा शुरू की। उनकी फिल्में जैसे कि “सम्राट पृथ्वीराज” और “द ग्रेट इंडियन फैमिली” में उनके अभिनय को सराहा गया है। हाल ही में वह “बड़े मियां छोटे मियां” फिल्म में नजर आईं जिसमें उन्होंने अपनी अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता ।
मंथी छिल्लर की इस पोस्ट ने फिल्म उद्योग में महिलाओं के प्रति घृणित मानसिकता के मुद्दे पर चर्चा शुरू कर दी है। यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा है जिस पर चर्चा और समाधान की आवश्यकता है। हमें उम्मीद है कि इस मुद्दे पर चर्चा से फिल्म उद्योग में महिलाओं के प्रति दृष्टिकोण में सुधार होगा।