नई दिल्ली:- पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच डूरंड लाइन पर तनाव बढ़ता जा रहा है जिससे युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं। पाकिस्तान अपनी सीमा पर जबरन पोस्ट बनाने पर अड़ा हुआ था लेकिन अफ़ग़ानिस्तान ने इसे नहीं होने दिया। इस विवाद की जड़ें इतिहास में हैं जब 1893 में ब्रिटिश भारत और अफ़ग़ानिस्तान के अमीरात के बीच डूरंड लाइन को सीमा के रूप में स्थापित किया गया था।
तनाव की वजह
पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच तनाव की मुख्य वजह डूरंड लाइन का विवाद है। अफ़ग़ानिस्तान इस सीमा को कभी भी पूरी तरह से स्वीकार नहीं करता है जबकि पाकिस्तान इसे अपनी पश्चिमी सीमा के रूप में मान्यता दिलाने की कोशिश करता है। हाल के दिनों में पाकिस्तान ने सीमा पर बाड़बंदी और चौकियों के निर्माण की रफ्तार तेज कर दी है जिसका अफ़ग़ानिस्तान विरोध करता है।
झड़प और जान-माल की हानि
दोनों देशों के बीच तनाव इतना बढ़ गया है कि हाल ही में हुई झड़प में 19 पाकिस्तानी सैनिक और तीन अफ़गान नागरिकों की मौत हो गई। अफ़ग़ान तालिबान ने दावा किया कि यह हमला अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में हाल ही में हुए पाकिस्तानी हवाई हमलों का जवाब था जिसमें महिलाओं और बच्चों सहित 46 लोग मारे गए थे।
रूस की अपील
रूस ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है। विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि मॉस्को ‘पाकिस्तान-अफगान सीमा’ पर बढ़ते तनाव को लेकर चिंतित है और वह दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील करता है।
क्या है डूरंड लाइन?
डूरंड लाइन अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच लगभग 1,600 मील (2,600 किमी) तक फैली हुई है। यह अपने पश्चिमी छोर पर ईरान की सीमा पर और अपने पूर्वी छोर पर चीन की सीमा पर समाप्त होती है। इसका नाम सर हेनरी मोर्टिमर डूरंड के नाम पर रखा गया है जो भारत की औपनिवेशिक सरकार के विदेश सचिव थे।
क्या है भविष्य की संभावनाएं?
दोनों देशों के बीच तनाव कम होने के कोई संकेत नहीं हैं। अफ़ग़ानिस्तान डूरंड लाइन को कभी भी पूरी तरह से स्वीकार नहीं करेगा जबकि पाकिस्तान अपनी सीमा की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। ऐसे में दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ने की संभावना है जिससे क्षेत्र में शांति और स्थिरता खतरे में पड़ सकती है।
पाकिस्तान और अफ़ग़ानिस्तान के बीच डूरंड लाइन पर तनाव बढ़ता जा रहा है जिससे युद्ध जैसे हालात पैदा हो गए हैं। दोनों देशों के बीच तनाव की मुख्य वजह डूरंड लाइन का विवाद है जिसका समाधान निकालना मुश्किल होता जा रहा है। ऐसे में क्षेत्र में शांति और स्थिरता बनाए रखने के लिए दोनों देशों को संयम बरतने और बातचीत के जरिए समाधान निकालने की जरूरत है ।