नई दिल्ली:- कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कोलंबिया सरकार के हालिया बयान पर निराशा व्यक्त की है जिसमें उन्होंने ऑपरेशन सिंधुर के तहत भारतीय सैन्य हमलों पर पाकिस्तान के लिए संवेदना व्यक्त की थी। थरूर ने कहा कि यह समझना महत्वपूर्ण है कि आतंकवाद के पीड़ितों के साथ सहानुभूति रखना आवश्यक है न कि उन लोगों के साथ जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं।
थरूर का बयान
शशि थरूर ने बोगोटा में संवाददाताओं से कहा, “हमें कोलंबियाई सरकार की प्रतिक्रिया से थोड़ी निराशा हुई है जिसने भारतीय हमलों के बाद पाकिस्तान में जान-माल के नुकसान पर संवेदना व्यक्त की बजाय इसके कि वे आतंकवाद के पीड़ितों के साथ सहानुभूति रखें।” थरूर ने कहा कि भारत अपने आत्म-रक्षा के अधिकार का प्रयोग कर रहा है और इसमें कोई बराबरी नहीं हो सकती है जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं और जो इसका विरोध करते हैं।
पाकिस्तान की कड़ी आलोचना
शशि थरूर ने पाकिस्तान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि वे आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में विफल रहे हैं। थरूर ने कहा “पाकिस्तान में आतंकवादियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है बल्कि वे आतंकवादियों के अंतिम संस्कार में शामिल हो रहे हैं।” थरूर ने कहा कि यह पाकिस्तान की दोहरी नीति को दर्शाता है ।
ऑपरेशन सिंधुर
ऑपरेशन सिंधुर के बारे में थरूर ने कहा कि यह एक जवाबी कार्रवाई थी जो 26 लोगों की जान लेने वाले एक घातक आतंकवादी हमले के बाद शुरू की गई थी। थरूर ने कहा कि भारत अपने आत्म-रक्षा के अधिकार का प्रयोग कर रहा है और इसमें कोई बराबरी नहीं हो सकती है जो आतंकवाद को बढ़ावा देते हैं और जो इसका विरोध करते हैं।
कोलंबिया के साथ समझ बढ़ाने का प्रयास
शशि थरूर ने कहा कि भारत कोलंबिया के साथ समझ बढ़ाने का प्रयास कर रहा है। थरूर ने कहा “हमें लगता है कि शायद स्थिति को पूरी तरह से नहीं समझा गया था जब वह एक बयान दिया गया था। हम समझने के लिए प्रयास कर रहे हैं और हमें उम्मीद है कि कोलंबिया सरकार हमारी बात समझेगी।”
शशि थरूर के बयान से यह स्पष्ट होता है कि भारत अपने आत्म-रक्षा के अधिकार का प्रयोग करेगा और आतंकवाद के खिलाफ लड़ने में कोई समझौता नहीं करेगा। थरूर की निराशा कोलंबिया सरकार के रुख पर है जिसने आतंकवाद के पीड़ितों के बजाय पाकिस्तान के लिए संवेदना व्यक्त की। अब देखना यह है कि आगे क्या होता है ।