मुंबई(महाराष्ट्र):- एक नए और चौंकाने वाले खुलासे में, साइबर सुरक्षा शोधकर्ता जेरेमिया फाउलर ने दावा किया है कि एप्पल, गूगल, फेसबुक और माइक्रोसॉफ्ट सहित कई प्रमुख प्लेटफॉर्मों के 184 मिलियन से अधिक यूजर्स के पासवर्ड और लॉगिन क्रेडेंशियल्स ऑनलाइन लीक हो गए हैं। ये डेटा एक असुरक्षित डेटाबेस में पाया गया था, जिसमें ईमेल, यूजरनेम, पासवर्ड और डायरेक्ट लॉगिन यूआरएल शामिल थे।
डेटा लीक के विवरण
– पासवर्ड और लॉगिन क्रेडेंशियल्स: लीक हुए डेटा में यूजर्स के पासवर्ड और लॉगिन क्रेडेंशियल्स शामिल हैं, जो उनकी ऑनलाइन सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा पैदा कर सकते हैं।
– इन्फोस्टीलर मैलवेयर: फाउलर के अनुसार, डेटा को इन्फोस्टीलर नामक एक मैलवेयर के माध्यम से चोरी किया गया था, जो व्यक्तिगत उपकरणों से संवेदनशील जानकारी चुराने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
– असुरक्षित डेटाबेस: लीक हुए पासवर्ड्स वाला डेटाबेस खुद पासवर्ड से सुरक्षित नहीं था, जो इस बात का संकेत है कि डेटा को जानबूझकर या अनजाने में सार्वजनिक किया गया था।
क्या करें?
– पासवर्ड बदलें: यदि आप एप्पल, गूगल, फेसबुक या माइक्रोसॉफ्ट के यूजर हैं, तो तुरंत अपने पासवर्ड बदलने की सलाह दी जाती है।
– दो-कारक प्रमाणीकरण सक्षम करें: अपने खातों पर दो-कारक प्रमाणीकरण सक्षम करने से अतिरिक्त सुरक्षा मिल सकती है।
– सतर्क रहें: ऑनलाइन गतिविधियों में सतर्क रहने और संदिग्ध ईमेल या लिंक्स पर क्लिक न करने से आगे के खतरों से बचा जा सकता है।
184 मिलियन पासवर्ड्स का यह बड़ा डेटा लीक ऑनलाइन सुरक्षा के लिए एक गंभीर खतरा है। यूजर्स को अपने पासवर्ड बदलने और अतिरिक्त सुरक्षा उपायों को अपनाने की आवश्यकता है ताकि वे अपने ऑनलाइन खातों की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकें।