नई दिल्ली :- विराट कोहली, भारतीय क्रिकेट का वह नाम जिसने न केवल अपने खेल से बल्कि अपने जुनून, नेतृत्व और जुझारूपन से करोड़ों दिलों में जगह बनाई, अब टेस्ट क्रिकेट से विदा हो चुके हैं। उन्होंने हाल ही में अपने इंस्टाग्राम पोस्ट के माध्यम से इस ऐलान को सार्वजनिक किया और यह खबर सामने आते ही पूरे क्रिकेट जगत में भावनाओं का सैलाब उमड़ पड़ा।
कोहली ने अपने संदेश में कहा, “14 साल हो गए हैं जब मैंने पहली बार टेस्ट क्रिकेट में बैगी ब्लू पहना था। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह प्रारूप मुझे किस सफर पर ले जाएगा।” उनके इन शब्दों में भावनाओं की गहराई स्पष्ट दिखाई देती है। टेस्ट क्रिकेट, जिसे क्रिकेट का सबसे कठिन और प्रतिष्ठित प्रारूप माना जाता है, उसमें विराट ने न केवल खुद को स्थापित किया बल्कि एक नई ऊर्जा और आक्रामकता भी भरी।
2008 में श्रीलंका के खिलाफ डेब्यू करने वाले विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट में अपने करियर के दौरान 100 से अधिक टेस्ट मैच खेले और 8000 से ज्यादा रन बनाए। उनकी सबसे खास बात यह रही कि उन्होंने हमेशा चुनौती को स्वीकार किया और मुश्किल परिस्थितियों में टीम को संभाला। चाहे वह ऑस्ट्रेलिया की धरती पर सेंचुरी हो या इंग्लैंड में स्विंग लेती गेंदों का सामना, कोहली ने हमेशा अपना सर्वोत्तम प्रदर्शन देने की कोशिश की।
टेस्ट क्रिकेट में कप्तान के तौर पर कोहली का योगदान भी अविस्मरणीय रहा है। उन्होंने भारतीय टीम को पहली बार ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज़ जिताई, जो इतिहास में एक मील का पत्थर था। उनकी कप्तानी में भारत ने लगातार विदेशों में अच्छा प्रदर्शन किया और घरेलू मैदान पर अपराजेय किला बनाए रखा।
कोहली की सबसे बड़ी ताकत उनकी तैयारी और मानसिक दृढ़ता रही है। टेस्ट क्रिकेट में बल्लेबाज की असली परीक्षा होती है—धैर्य, तकनीक और मानसिक संतुलन का। कोहली इन सभी कसौटियों पर खरे उतरे। उनका सफर आने वाले युवा खिलाड़ियों के लिए प्रेरणा बना रहेगा।
उनका संन्यास भले ही एक युग का अंत हो, लेकिन उनकी विरासत आगे आने वाली पीढ़ियों को हमेशा राह दिखाएगी। वह हमेशा उस बल्लेबाज के रूप में याद किए जाएंगे जिसने टेस्ट क्रिकेट को सिर्फ खेल नहीं, बल्कि एक जुनून की तरह जिया।
उनका यह फैसला निश्चित ही भावुक करने वाला है, लेकिन एक सच्चे प्रशंसक के रूप में हमें इस बात का गर्व है कि हमने विराट कोहली को उनके पूरे टेस्ट करियर में खेलते देखा। अब जब वह इस अध्याय को बंद कर आगे बढ़ रहे हैं, हम उन्हें नए सफर के लिए शुभकामनाएँ देते हैं।