ईटानगर (अरुणाचल प्रदेश) : भोर से जगमगाते पहाड़ों की भूमि अरुणाचल प्रदेश एक नए पते के साथ विश्व पर्यटन मंच पर उभरने के लिए तैयार है। राज्य के पर्यटन मंत्री पासंग दोरजी सोना द्वारा नई दिल्ली में एक कार्यक्रम में अनावरण की गई नई टैगलाइन – “अरुणाचल : मिथकों और पहाड़ों से परे” – यात्रियों को एक अनूठा अनुभव सुनिश्चित करती है।
नारंगी उगते सूरज के सामने फ़िरोज़ा पहाड़ों की विशेषता वाला नया लोगो राज्य की प्राचीन प्राकृतिक सुंदरता और सांस्कृतिक विविधता का प्रतीक है। इसका उद्देश्य है अरुणाचल को टिकाऊ और स्मार्ट पर्यटन विकास और सामुदायिक सशक्तिकरण के साथ एक विश्व स्तरीय यात्रा गंतव्य में बदलना।
नई नीति का उद्देश्य उन आगंतुकों को आकर्षित करना है जो अरुणाचल की विविधता का अनुभव कर सकते हैं, साहसिक पर्यटन से लेकर वेलनेस रिट्रीट तक, फार्म स्टे से लेकर फिल्म पर्यटन तक। दरअसल इस सपने को साकार करने के लिए सरकार स्थानीय गाइडों और छोटे व्यवसायों को प्रशिक्षित करने के लिए सर्वश्रेष्ठ आतिथ्य संस्थानों के साथ मिलकर कौशल विकास में निवेश करने जा रही है।
अरुणाचल प्रदेश अब सबसे लोकप्रिय गंतव्यों में से एक बन रहा है क्योंकि 2023 में विदेशी पर्यटकों के आगमन में 300% की वृद्धि और दस लाख से अधिक घरेलू पर्यटकों की संख्या देखी गई है। इस प्राचीन राज्य की यात्रा करने के लिए आगंतुकों को आमंत्रित करते हुए मंत्री सोना ने कहा, “आओ और अरुणाचल का अनुभव करो और दुनिया को इसके बारे में बताओ।“