मध्य प्रदेश : मध्य प्रदेश के 19 धार्मिक शहरों और गांवों में 1 अप्रैल, 2025 से शराब पूरी तरह से प्रतिबंधित हो जाएगी।
इस साल की शुरुआत में मुख्यमंत्री मोहन यादव ने इस ऐतिहासिक फैसले की घोषणा की थी जो अब आधिकारिक रूप से लागू हो गया है। हमें बस इन पवित्र स्थानों पर बार शराब की दुकानें और शराब से जुड़े व्यवसाय बंद करने की जरूरत है।
प्रतिबंध में उज्जैन, ओंकारेश्वर, महेश्वर, ओरछा, मैहर, चित्रकूट, दतिया, पन्ना, अमरकंटक, मंदसौर और कई अन्य पवित्र स्थल शामिल हैं जहां हर साल हजारों श्रद्धालु आते हैं। इसका लक्ष्य है नशामुक्ति को प्रोत्साहित करना और इन स्थानों की पवित्रता को बनाए रखना।
सीएम यादव ने इसे “सामाजिक सुधार की दिशा में एक कदम” करार दिया जो इन आध्यात्मिक चैनलों को शराब के चंगुल से बचाता है। इस निर्णय से एक नगर निगम, छह नगर परिषद, छह नगर परिषद और छह ग्राम पंचायतें प्रभावित होंगी।
जिन प्रमुख स्थलों पर प्रतिबंध लागू किया गया है, उनमें अमरकंटक, नर्मदा नदी का उद्गम स्थल और उज्जैन, महाकालेश्वर मंदिर शामिल हैं।