सुपौल (बिहार): बिहार के सुपौल जिले के किशनपुर प्रखंड के कटहरा कदमपुरा पंचायत में सोमवार दोपहर अचानक लगी भीषण आग ने भारी तबाही मचाई। ट्रांसफार्मर के तारों से केले के पत्ते के टकराने से निकली चिंगारी ने 25 परिवारों के 80 से अधिक घरों को जलाकर राख कर दिया। हादसे में घरों में रखा सारा सामान, नकदी, अनाज और कपड़े जल गए वहीं कई मवेशियों की भी झुलसने से मौत हो गई।
तेज हवा से तेजी से फैली आग, दमकल को करना पड़ा कड़ा संघर्ष
स्थानीय लोगों के अनुसार, ट्रांसफार्मर के तारों से लगातार केले के पत्ते टकरा रहे थे। इसी दौरान निकली चिंगारी ने एक घर में आग पकड़ ली। पछुआ हवा के कारण आग इतनी तेजी से फैली कि पूरा मोहल्ला इसकी चपेट में आ गया। जब तक लोग कुछ समझ पाते, आग ने 80 से अधिक घरों को खाक में बदल दिया।
घटना की सूचना मिलते ही ग्रामीणों ने आग बुझाने की कोशिश शुरू कर दी, लेकिन आग की लपटें इतनी भयानक थीं कि कोई भी सामान घर से बाहर नहीं निकाला जा सका। सूचना पर दमकल की तीन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और ग्रामीणों के साथ मिलकर ढाई घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।
कई परिवारों के सपने हुए राख, मवेशियों की भी गई जान
इस अग्निकांड में महेंद्र ठाकुर, पवन ठाकुर, योगेंद्र ठाकुर, छोटेलाल ठाकुर, लक्ष्मण यादव, बिजेंद्र ठाकुर, सुरेंद्र ठाकुर, फुलेंद्र ठाकुर, उमेश यादव, सिको यादव, महेंद्र यादव, चंद्रकिशोर यादव, मनोज यादव, शिवराम यादव, आनंद कुमार, राहुल कुमार, दिलखुश कुमार, कुंदन कुमार और नरेश ठाकुर सहित कई परिवारों के घर पूरी तरह जलकर राख हो गए। इसके अलावा, कई मवेशी भी इस हादसे का शिकार हो गए।
प्रशासन ने शुरू की राहत व्यवस्था
घटना की जानकारी मिलते ही अंचलाधिकारी सुशीला कुमारी मौके पर पहुंचीं। उन्होंने बताया कि पीड़ितों को तुरंत पॉलिथीन शीट और अन्य जरूरी राहत सामग्री मुहैया कराई जा रही है। प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि पीड़ित परिवारों को जल्द से जल्द और भी सहायता दी जाएगी ताकि वे इस आपदा से उबर सकें।
इस भीषण अग्निकांड ने इलाके में दहशत फैला दी है और पीड़ित परिवारों को गहरे संकट में डाल दिया है। प्रशासन और स्थानीय लोग मिलकर राहत कार्य में जुटे हैं लेकिन प्रभावित परिवारों को फिर से बसने में लंबा समय लग सकता है।