Dastak Hindustan

भारत में स्वाइन फ्लू का खतरा! 20,000 से ज्यादा संक्रमित, 347 की मौत

नई दिल्ली: देश में स्वाइन फ्लू (H1N1) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय के ताजा आंकड़ों के अनुसार अब तक 20,414 लोग इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं और 347 लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे ज्यादा मामले दिल्ली, केरल, महाराष्ट्र, गुजरात, तमिलनाडु और राजस्थान में सामने आए हैं।

केरल, कर्नाटक और हिमाचल में मौतें


केरल में चार लोगों की मौत हुई है जबकि कर्नाटक और हिमाचल प्रदेश में एक-एक मौत दर्ज की गई है। दिल्ली में 3,141 मामले, केरल में 2,846 महाराष्ट्र में 2,027, गुजरात में 1,711, तमिलनाडु में 1,777, और राजस्थान में 1,149मामले सामने आए हैं।

स्वास्थ्य मंत्रालय ने जारी किए दिशा-निर्देश
मरीजों की स्थिति को ध्यान में रखते हुए सरकार ने तीन श्रेणियों में वर्गीकरण किया है:

1. कैटेगरी-A: हल्के लक्षण जैसे बुखार, खांसी, गले में खराश, बदन दर्द वाले मरीजों को होम आइसोलेशन में रहने की सलाह दी गई है।
2. कैटेगरी-B: तेज बुखार और हाई-रिस्क मरीजों (गर्भवती महिलाएं, बुजुर्ग, हृदय व फेफड़े के मरीज) को ओसेल्टामिविर दवा दी जाएगी।
3. कैटेगरी-C: सांस फूलना, छाती में दर्द, खून वाली खांसी जैसे गंभीर लक्षण वाले मरीजों को तुरंत अस्पताल में भर्ती किया जाएगा।

जनवरी से मार्च और अगस्त से अक्टूबर में बढ़ता है संक्रमण
इंटरनेशनल फेडरेशन फॉर इमरजेंसी मेडिसिन के विशेषज्ञ डॉ. तामोरिश कोले के मुताबिक जनवरी-मार्च और अगस्त-अक्टूबर के बीच भारत में इन्फ्लूएंजा के मामले बढ़ते हैं।

स्वास्थ्य विभाग की चेतावनी


स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों को होम आइसोलेशन, टेस्टिंग और अस्पताल में भर्ती के लिए गाइडलाइन का पालन करने का निर्देश दिया है। आईडीएसपी (इंटीग्रेटेड डिजीज सर्विलांस प्रोग्राम) के तहत मामलों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।

बचाव के लिए बरतें ये सावधानियां:
1.  भीड़भाड़ वाले इलाकों में मास्क पहनें।
2.  बार-बार हाथ धोएं।
3.  संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं।
4.  बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न लें।

सरकार के अनुसार सतर्कता और सही इलाज से इस बीमारी को काबू में किया जा सकता है।

शेयर करे

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *