नई दिल्ली:- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 78वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लाल किले से देश को संबोधित करते हुए विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए हमें अपने सामूहिक प्रयासों से काम करना होगा।
विकसित भारत की दृष्टि
विकसित भारत की दृष्टि में भारत को एक समृद्ध, समावेशी और सतत विकासशील राष्ट्र बनाने का लक्ष्य है इसमें उच्च शिक्षा, स्वास्थ्य सेवाओं, तकनीकी नवाचार और सामाजिक समानता की महत्वपूर्ण भूमिका होगी।
विकसित भारत के लिए आवश्यक कदम
विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए हमें कई आवश्यक कदम उठाने होंगे इनमें शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार, आर्थिक नीतियों का सुदृढ़ीकरण, सामाजिक समानता, नवाचार को बढ़ावा और पर्यावरण संरक्षण शामिल हैं।
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार
शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में सुधार विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए आवश्यक है इसमें उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करना शामिल है।
आर्थिक नीतियों का सुदृढ़ीकरण
आर्थिक नीतियों का सुदृढ़ीकरण विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए आवश्यक है। इसमें आर्थिक विकास को बढ़ावा देने, रोजगार के अवसर पैदा करने और सामाजिक समानता को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाना शामिल है।
सामाजिक समानता
सामाजिक समानता विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए आवश्यक है। इसमें सभी वर्गों के लिए समान अवसर और अधिकार सुनिश्चित करना शामिल है।
नवाचार को बढ़ावा
नवाचार को बढ़ावा विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए आवश्यक है इसमें तकनीकी नवाचार को बढ़ावा देने और स्टार्टअप्स को प्रोत्साहित करना शामिल है।
पर्यावरण संरक्षण
पर्यावरण संरक्षण विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए आवश्यक है इसमें पर्यावरण संरक्षण के लिए आवश्यक कदम उठाना और नवीकरणीय ऊर्जा को बढ़ावा देना शामिल है। विकसित भारत की दृष्टि को साकार करने के लिए हमें एकजुट होकर काम करना होगा।