बर्लिन (जर्मनी) : आप जानते ही होंगे कि मानव त्वचा किस तरह खुद को ठीक करती है। अब विज्ञान ने एक ऐसा पदार्थ खोज लिया है जो ऐसा ही करता है। अब जर्मनी में आल्टो विश्वविद्यालय और बेयरुथ विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों की एक टीम ने एक उल्लेखनीय स्व-पुनर्प्राप्ति हाइड्रोजेल प्रस्तुत किया है जो चार घंटे के भीतर 90 प्रतिशत क्षति को ठीक कर सकता है और 24 घंटे में पूरी तरह से ठीक कर सकता है।
जर्नल ऑफ ड्रग्स इन डर्मेटोलॉजी जैसी पत्रिकाओं ने इसे एक “सफलता” के रूप में सराहा है जो किसी दिन नई तरह की दवाइयों की ओर ले जा सकती है जिसमें घावों और कृत्रिम त्वचा के लिए बाहरी उपचार और यहां तक कि सॉफ्ट रोबोटिक्स भी शामिल हैं।
हाइड्रोजेल पहले से ही कई रोज़मर्रा के उत्पादों में पाए जाते हैं लेकिन मानव त्वचा की ताकत, लचीलेपन और उपचार शक्ति को दोहराने वाले एक उत्पाद को तैयार करना अब तक एक बड़ी चुनौती साबित हुआ है। अब अल्ट्रा-थिन क्ले नैनोशीट के साथ जेल में सुधार करके वैज्ञानिकों ने एक ऐसा पदार्थ विकसित किया है जो न केवल मजबूत रहता है; यह क्षति के बाद खुद को ठीक भी करता है।
नेचर मैटेरियल्स में प्रकाशित इस अध्ययन से जलने, शल्य चिकित्सा के घावों और पुरानी चोटों के अधिक तेजी से ठीक होने की रोमांचक संभावनाएं खुलती हैं। “एक ऐसे भविष्य की ओर तेजी से आगे बढ़ें जहां पट्टियों और कृत्रिम अंगों में प्राकृतिक पुनर्योजी उपचार गुण होंगे जिससे लाखों लोगों के ठीक होने का समय काफी कम हो जाएगा“।