नई दिल्ली:- वित्त मंत्रालय ने घोषणा की है कि किसान क्रेडिट कार्ड (केसीसी) योजना के तहत वितरित ऋण की राशि 10 लाख करोड़ रुपये को पार कर गई है जिससे देश भर के 7.72 करोड़ से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं। यह योजना किसानों को उनकी कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए समय पर और सस्ती ऋण सुविधा प्रदान करने के उद्देश्य से शुरू की गई थी। केसीसी योजना के तहत किसानों को उनकी फसलों की बुआई, उर्वरकों और कीटनाशकों की खरीद और अन्य कृषि संबंधी गतिविधियों के लिए अल्पकालिक ऋण प्रदान किया जाता है।
केसीसी योजना के मुख्य उद्देश्य
केसीसी योजना के मुख्य उद्देश्य हैं:
-किसानों को अल्पकालिक ऋण प्रदान करना: किसानों को उनकी फसलों की बुआई, उर्वरकों और कीटनाशकों की खरीद और अन्य कृषि संबंधी गतिविधियों के लिए अल्पकालिक ऋण प्रदान करना।
-किसानों को दीर्घकालिक ऋण प्रदान करना: किसानों को उनकी कृषि और संबद्ध गतिविधियों के लिए दीर्घकालिक ऋण प्रदान करना।
-किसानों को ब्याज सब्सिडी प्रदान करना: किसानों को उनके ऋण पर ब्याज सब्सिडी प्रदान करना ताकि वे कम ब्याज दर पर ऋण प्राप्त कर सकें।
केसीसी योजना के लाभ
केसीसी योजना के कई लाभ हैं:
-कम ब्याज दर: केसीसी योजना के तहत किसानों को कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान किया जाता है।
-सरल ऋण प्रक्रिया: केसीसी योजना के तहत, ऋण प्रक्रिया सरल और आसान है।
-किसानों को वित्तीय सुरक्षा: केसीसी योजना के तहत किसानों को वित्तीय सुरक्षा प्रदान की जाती है।
केसीसी योजना के लिए आवेदन कैसे करें
केसीसी योजना के लिए आवेदन करने के लिए आप निम्नलिखित चरणों का पालन कर सकते हैं:
1. अपने निकटतम बैंक शाखा में जाएं और केसीसी योजना के लिए आवेदन पत्र प्राप्त करें।
2. आवेदन पत्र में आवश्यक विवरण भरें और आवश्यक दस्तावेजों के साथ जमा करें।
3. बैंक आपके आवेदन की जांच करेगा और यदि आपका आवेदन स्वीकृत होता है तो आपको ऋण प्रदान किया जाएगा।