लखनऊ ( उत्तर प्रदेश ): उत्तर प्रदेश सरकार उत्तर प्रदेश के एक्सप्रेसवे पर बहुत तेजी से कम कर रही है इसी कड़ी में गुरुवार को विधानमंडल में पेश किए गए बजट में सरकार ने चार नए एक्सप्रेसवे के निर्माण के लिए 1,050 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है। इन एक्सप्रेसवेज के निर्माण के बाद तीन प्रमुख तीर्थ स्थलों काशी, प्रयागराज व हरिद्वार की कनेक्टिविटी में सुधार होगा। उत्तर प्रदेश एक्सप्रेसवेज औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीडा) की तरफ से इनका निर्माण कराया जाएगा।
90.83 किलोमीटर लंबा होगा लिंक एक्सप्रेसवे
उन्होंने बताया कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से गंगा एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करने के लिए नया लिंक एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। 90.83 किलोमीटर लंबे इस लिंक एक्सप्रेसवे के निर्माण पर 4837.64 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। प्रवेश नियंत्रित छह लेन का यह ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे वे बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे जंक्शन के पास इटावा के कुदरैल से शुरू होगा और फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई में समाप्त होगा। सरकार ने बजट में इसके लिए 900 करोड़ रुपये की व्यवस्था की है।
इन एक्सप्रेस-वे का निर्माण राज्य के प्रमुख शहरों, जैसे लखनऊ, आगरा, वाराणसी, और प्रयागराज सहित कई प्रमुख क्षेत्रों से होकर गुजरेगा। कुल मिलाकर, इन एक्सप्रेस-वे के जरिए प्रदेश के 56 जिलों को जोड़ने का कार्य किया जाएगा। यूपी सरकार की यह पहल राज्य के भीतर तेज़ और सुरक्षित यात्रा की सुविधा उपलब्ध कराएगी और राज्य की सड़क यात्रा के समय को घटाएगी। इसके अलावा, इन एक्सप्रेस-वे से व्यापार, पर्यटन, और राज्य के विकास के अन्य क्षेत्रों में सुधार की उम्मीद भी की जा रही है। खास बात यह है कि यह एक्सप्रेस-वे सिर्फ राज्य के भीतर परिवहन के दायरे को बढ़ाएंगे बल्कि राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय कनेक्टिविटी को भी प्रगति की दिशा में एक बड़ा कदम साबित होंगे। आइए, जानते हैं। इन सात एक्सप्रेस-वे के बारे में विस्तार से और यह कैसे आपके जिले के लिए फायदेमंद हो सकते हैं।