नई दिल्ली:- केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने एक महत्वपूर्ण फैसले की घोषणा की जिसके तहत वह बोर्ड परीक्षाओं को दो बार आयोजित करने के प्रस्ताव पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया मांगेगा। यह फैसला छात्रों, शिक्षकों, और अभिभावकों के लिए एक महत्वपूर्ण खबर है।सीबीएसई के इस प्रस्ताव के अनुसार बोर्ड परीक्षाएं दो बार आयोजित की जाएंगी – पहली बार फरवरी-मार्च में और दूसरी बार जून में। यह प्रस्ताव राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुसार है जिसमें उच्च शिक्षा प्रणाली में सुधार के लिए कई सिफारिशें की गई हैं।
सीबीएसई के इस प्रस्ताव पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया मांगने का उद्देश्य यह है कि छात्रों, शिक्षकों, और अभिभावकों की राय और सुझाव लेकर इस प्रस्ताव को और बेहतर बनाया जा सके। सीबीएसई के अधिकारी जल्द ही इस प्रस्ताव पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया मांगने के लिए एक आधिकारिक घोषणा करेंगे। सीबीएसई के इस प्रस्ताव के समर्थन में कई शिक्षाविद् और विशेषज्ञ हैं। उनका मानना है कि यह प्रस्ताव छात्रों के लिए एक अच्छा अवसर होगा, क्योंकि इससे उन्हें अपने प्रदर्शन में सुधार करने का एक और मौका मिलेगा।
हालांकि इस प्रस्ताव के विरोध में भी कई लोग हैं। उनका मानना है कि यह प्रस्ताव छात्रों के लिए एक अतिरिक्त दबाव होगा और इससे उनके मानसिक स्वास्थ्य पर भी नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इस प्रकार सीबीएसई के इस प्रस्ताव पर सार्वजनिक प्रतिक्रिया मांगने का फैसला एक महत्वपूर्ण कदम है। इससे छात्रों, शिक्षकों, और अभिभावकों की राय और सुझाव लेकर इस प्रस्ताव को और बेहतर बनाया जा सकेगा।