अमृतसर (पंजाब):- अमेरिका से अवैध रूप से रह रहे भारतीय प्रवासियों को वापस लाने वाली एक और फ्लाइट शनिवार को अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड करने वाली है। इस फैसले को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला और सवाल उठाया कि बार-बार अमृतसर को ही क्यों चुना जा रहा है?
पंजाब को क्यों निशाना बनाया जा रहा?
शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम भगवंत मान ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा,”अमृतसर को बार-बार निर्वासित भारतीयों के लिए लैंडिंग स्थल बनाना क्या साजिश का हिस्सा है? यह पंजाब की छवि को खराब करने की कोशिश है। केंद्र सरकार को यह स्पष्ट करना चाहिए कि इन विमानों को उतारने के लिए अमृतसर को ही क्यों चुना गया?”
उन्होंने आगे कहा कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प से मुलाकात कर रहे थे उसी समय हमारे लोगों को वहां बेड़ियों में जकड़ा जा रहा था। क्या यह ट्रम्प की ओर से दिया गया कोई ‘उपहार’ है?”
हरियाणा या गुजरात में क्यों नहीं?
पंजाब के वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने भी इस मुद्दे पर भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि “यदि ये प्रवासी भारतीय अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे थे तो उन्हें किसी और राज्य में भी लैंड करवाया जा सकता था। हरियाणा या गुजरात में ये विमान क्यों नहीं उतारा गया? यह स्पष्ट रूप से पंजाब को बदनाम करने की साजिश है।”
पहले भी अमृतसर में उतरा था विमान
गौरतलब है कि 5 फरवरी को भी अमेरिका से निर्वासित किए गए 104 भारतीयों को लेकर एक सैन्य विमान अमृतसर एयरपोर्ट पर लैंड हुआ था। अब 15 फरवरी को एक और विमान 119 भारतीयों को लेकर आने वाला है जिससे इस फैसले पर विवाद और बढ़ गया है।
पंजाब में बढ़ रहा आक्रोश
पंजाब में इस मुद्दे पर राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी (AAP) का कहना है कि केंद्र सरकार जानबूझकर पंजाब को टारगेट कर रही है जबकि भाजपा ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया का हिस्सा है। अब देखना होगा कि इस विवाद पर केंद्र सरकार क्या सफाई देती है।